उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश से लेकर पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर से लेकर ओडिशा और राजस्थान तक बारिश का कहर बरकरार है। उत्तराखंड में बारिश से अभी लोगों को राहत नहीं मिलने वाली है. मौसम विभाग ने आज फिर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का अंदेशा जताया है। मौसम विभाग ने भारी बारिश को देखते हुए अलर्ट भी जारी किया है और लोगों को सतर्क रहने की अपील की है
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के छह जिलों में यलो अलर्ट के बीच सोमवार को जमकर बादल बरसे। पश्चिम बंगाल में कई जिलों में तो बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए और निचले इलाके जलमग्न हो गए। झारखंड में भी रेड अलर्ट के बीच राज्य के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हुई। हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन से राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 74 सड़कों पर यातायात ठप हो गया है और बदरीनाथ हाईवे पर सैकड़ों वाहन फंस गए हैं।
मौसम विभाग ने उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश समेत कम से कम 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में अगले दो दिन गरज के साथ जोरदार बारिश और तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी है।मौसम विभाग के मुताबिक, गंगीय पश्चिम बंगाल पर गहरा दबाव का क्षेत्र बना है। इसके उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। इसके प्रभाव से सोमवार को झारखंड में अत्यधिक वर्षा दर्ज की गई।
मौसम विभाग की बात करें तो आज देहरादून, हरिद्वार, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जिले में कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश की बौछारें पड़ने का पूर्वानुमान जताया गया है.मौसम विभाग ने बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में भारी बारिश की संभावना जताई है. वहीं देहरादून, हरिद्वार, टिहरी और रुद्रप्रयाग जिले में कुछ स्थानों पर आकाशीय बिजली चमकने के साथ ही भारी बारिश का अंदेशा जताया है. जिसके लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है. ऐसे में साथ है कि लोगों को अभी बारिश से राहत मिलने वाली है. प्रदेश में लगातार बारिश से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, नगालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा ,छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, और केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अगले दो दिन भारी बारिश की संभावना है। यहां लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने व बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलने की सलाह दी गई है।
उत्तराखंड में बदरीनाथ हाईवे पर बार-बार कई जगहों पर भूस्खलन से यातायात बाधित हो रहा है। सोमवार को भी कमेड़ा, पर्थाडीप और चटवापीपल व अन्य जगहों पर मलबा गिरता रहा। इसके चलते, सेना के चार वाहनों समेत बदरीनाथ व हेमकुंड साहिब जा रहे श्रद्धालुओं के 400 से अधिक वाहन फंस गए।
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में कुमारहट्टी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर भारी भूस्खलन होने से यातायात ठप हो गया है। इसके अलावा राज्य में छोटे-बड़े 74 मार्ग बारिश और भूस्खलन की चपेट में आने से बंद हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और एजेंसियां सड़क का साफ करने के काम में जुटी हैं।
राजधानी में सोमवार को सुबह से धूप खिलने से लोगों ने दिनभर गर्मी का अहसास किया। मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए हल्की बारिश का अनुमान जताया है। इस दौरान आसमान में हल्के बादल छाए रहने की संभावना है। ऐसे में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस किया जा सकता है। हालांकि, मौसम विभाग ने बुधवार तक के लिए बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।
इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार रात कहा कि पड़ोसी राज्य झारखंड में बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद पश्चिम बंगाल के कम से कम सात जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति की आशंका है। बनर्जी ने कहा कि डीवीसी ने उनकी सरकार को सूचित किए बिना पानी छोड़ दिया।
उन्होंने कहा कि मैंने झारखंड के मुख्यमंत्री को तीन बार फोन किया है और उनसे पानी छोड़े जाने को नियंत्रित करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि बीरभूम, बांकुरा, हावड़ा, हुगली, पूर्व बर्धमान और उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों के कुछ हिस्से पहले से ही पानी में डूबे हुए हैं। वहीं अधिकारियों का कहना है कि गहरे दबाव के कारण हुई भारी बारिश से राज्य के दक्षिणी जिलों के कई निचले इलाकों में पानी भर गया है। पश्चिम मेदिनीपुर जिले में शिलाबती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।