Uttarakhand में बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खबर, घरो में लगने वाले है स्मार्ट प्रीपेड मीटर

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मोबाइल की तरह कर सकेंगे रिचार्ज, जानें कैसे करेगा काम- क्या होंगे नियम

खबरनामा/देहरादून। उत्तराखंड के 16 लाख बिजली उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने वाले है। इसका काम जून माह से शुरू हो जाएगा। अब आपका बिजली का मीटर जल्द बदलने वाला है। पुराने मीटर हटाकर उनकी जगह पर अब स्मार्ट मीटर लगाये जायेंगे। यूपीसीएल ने जल्द ही पुराने बिजली के मीटरों को हटाकर नये स्मार्ट मीटर लगाने वाला है। स्मार्ट मीटर लगने के बाद आपको हर दिन एसएमएस के जरिये इस्तेमाल की गई यूनिट की जानकारी सहित कई जानकारियां फोन पर मिल सकेंगी। इससे आपको कई लाभ होंगे। आइए जानते हैं इसके बारे में।

जानें कैसे करेगा ये मीटर काम

दरअसल, आरडीएसएस योजना के तहत प्रदेशभर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम शुरू होने जा रहा है। यह मीटर लगाने के लिए उपभोक्ता से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। स्मार्ट प्रीपेड मीटर से यह होगा कि उपभोक्ता जितने रुपये का रिचार्ज कराए रहेंगे, उतनी ही बिजली का इस्तेमाल कर पाएंगे। इससे फायदा ये होगा कि उपभोक्ता मोबाइल फोन की तरह मीटर रिचार्ज कर बिजली का उपयोग कर सकेंगे. मीटर लगने के बाद अगर किसी उपभोक्ता का लोड बढ़ा हुआ मिला तो उस पर जुर्माना नहीं लगेगा। इसके बजाए उसी हिसाब से उसका कनेक्शन अपग्रेड हो जाएगा। जैसे ही प्रीपेड मीटर के रूप में आपके नए स्मार्ट मीटर में रिचार्ज खत्म होगा , बिजली अपने आप कट जाएगी । इस सिस्टम में उपभोक्ताओं के लिए राहत की भी व्यवस्था की गई।

उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग के नियमों में होगा बदलाव

इन मीटर को लगाने के बाद अगर लगातार तीन बिलिंग साइकिल में कनेक्शन का लोड अधिक आता है, तो उसी हिसाब से लोड बढ़ा दिया जाएगा। इस पर नियामक आयोग बदलेगा नियम प्रदेश में अभी प्रीपेड मीटर लगाने की अनिवार्यता नहीं है। अस्थायी कनेक्शन पर प्रीपेड मीटर लगते हैं, लेकिन अब यूपीसीएल की मांग पर उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग अपने नियमों में बदलाव करने जा रहा है।

गढ़वाल और कुमाऊं में भी लगेंगे प्रीपेड मीटर

बताया जा रहा है कि अब सभी उपभोक्ताओं के लिए प्रीपेड मीटर की अनिवार्यता की जाएगी, क्योंकि आरडीएसएस योजना के तहत यूपीसीएल को प्रदेशभर में ये मीटर लगाने हैं। अगले महीने से प्रीपेड मीटर लगाने की शुरुआत मंत्रियों, सचिवों, ऊर्जा निगम अफसरों के आवास पर प्रीपेड मीटर लगाकर की जाएगी। इसके बाद गढ़वाल और कुमाऊं में सभी मीटर धीरे-धीरे प्रीपेड हो जाएंगे। इससे उपभोक्ताओं को एक बार रिचार्ज करने के बाद उसी हिसाब से बिजली खर्च करने की आजादी होगी।

मैन्यूअल काम हो जायेंगे कम, ऑनलाइन होगा नियंत्रण

स्मार्ट मीटर लगने का बाद इनपर ऑनलाइन पूरा नियंत्रण यूपीसीएल के पास होगा। माना जा रहा है की स्मार्ट मीटर लगने से बिजली घाटे से भी यूपीसीएल उभर पायेगा। इसके अलावा उपभोक्ता की बिजली ख़पत की जानकारी उनके पास रहेगी, साथ ही बिजली मीटर रीडिंग लेने के लिए मैन पावर जैसी समस्याएं ख़त्म हो जायेंगी। मैन्यूअल काम कम हो जायेंगे।


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