देहरादूनः उत्तराखंड में शनिवार को पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के बीच हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है। रविवार को चैंपियन और उनके समर्थक बड़ी संख्या में उमेश कुमार के कार्यालय पर पहुंचे और जमकर तोड़फोड़ करते हुए समर्थकों से मारपीट कर दी। आरोप है कि इस दौरान ताबड़तोड़ फायरिंग भी की गई है। कुछ देर बाद विधायक उमेश कुमार भी वहां पहुंच गए।
बताया जा रहा है कि वह भी बंदूक लेकर भागे और हंगामा कर दिया। जिसके बाद समर्थकों ने उन्हें संभाला। सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और घटना की जानकारी ली। वहीं, देर शाम देहरादून में नेहरू कालोनी थाना पुलिस ने पूर्व विधायक कुंवर प्रवण सिंह चैंपियन को मामले में हिरासत में ले लिया। हरिद्वार पुलिस की ओर से पूर्व विधायक चैंपियन और वर्तमान विधायक खानपुर उमेश कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके अलावा उनके समर्थकों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
विधायक उमेश कुमार के प्रतिनिधि की तरफ से पूर्व विधायक चैंपियन के खिलाफ तहरीर गई है सिविल लाइंस कोतवाली में। उधर से पूर्व विधायक चैंपियन के समर्थक की तरफ से भी तहरीर दी गई है। दोनों की तारीफ पर मुकदमा दर्ज हो चुका है।
बता दें कि पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और उमेश कुमार के बीच शनिवार को अपशब्द कहने को लेकर विवाद हो गया था।
इस मामले में देर रात उमेश कुमार अपने समर्थकों के साथ चैंपियन के कैंप कार्यालय और लंढौरा महल के बाहर पहुंचे थे और जमकर हंगामा हो गया था। उमेश कुमार ने चैंपियन को सोशल मीडिया के जरिए सामने आने के लिए ललकारा था। माना जा रहा था कि दोनों के बीच विवाद बड़ा रूप लेगा। इस दौरान उमेश कुमार के तीन समर्थक भी घायल हो गए हैं। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं घटना की सूचना मिलते ही सीओ रुड़की नरेंद्र पंत और भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
उधर, दोनों के समर्थकों में तनाव को देखते हुए दोनों के कैंप कार्यालय पर पुलिस बल तैनात किया गया है। नरेंद्र पंत ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। फायरिंग को लेकर गंभीरता से जांच की जा रही है। मामले में तैयारी रहने पर केस दर्ज कर जांच की जाएगी। पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के फेसबुक से इस घटना को लेकर एक वीडियो भी पोस्ट किया गया। जिसमें वह अपने समर्थकों के साथ विधायक उमेश शर्मा के कार्यालय में जाते दिख रहे हैं। साथ ही उनके समर्थकों के हाथों में बंदूक भी थी। हालांकि फायरिंग की या नहीं यह स्पष्ट नहीं है।