इस मेडिकल कालेज में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे मृतक डॉक्टर
खबरनामा/ गढवालः उत्तराखंड में बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं चिंता का सबब बनी हुई हैं। सड़क सुरक्षा के नाम पर अभियान की औपचारिकताएं जरूर होती हैं, लेकिन फिर स्थिति जस की तस हो जाती है। दर्दनाक हादसे की खबर गढ़वाल के कीर्तिनगर से आ रही हैय पास एक थार जीप अनियंत्रित होकर एनएच से लगभग 80 फ़ुट नीचे खड्ड में जा गिरी। जिससे जीप चला रहे डाक्टर विक्टर मशीह की मौत हो गई। मृतक श्रीनगर मेडिकल कालेज के ब्लड बैंक में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार हादसा शुक्रवार रात साढ़े दस बजे हुआ है। बताया जा रहा है कि कीर्तिनगर के पास कैलाश होटल के समीप डॉक्टर विक्टर मसीह पुत्र अजीत मसीह निवासी आवास विकास अंबेडकरपुरम कल्याणपुर कानपुर उत्तर प्रदेश रहते थे। वह देर रात अपनी थार कार से ऋषिकेश से श्रीनगर आ रहे थे। रास्ते में अचानक उनका नियंत्रण वाहन से खो गया. अनियंत्रित थार कार सड़क करीब 80 फीट नीचे खाई में जा गिरी.
स्थानीय लोगों ने इसके बाद दुर्घटना की सूचना कीर्तिनगर पुलिस को दी.घटना की सूचना मिलते ही कीर्तिनगर कोतवाल देवराज शर्मा ने मौके पर पहुंचकर शव को गहरे खड्ड से बाहर निकालकर बेस अस्पताल पहुंचाया। जहां डाक्टरों द्वारा उसे मृत घषित करने के बाद पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया। मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है। परिजनों के पहुंचने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पर्वतीय मार्गो पर कई जगह ऐसे अंधे मोड़ हैं कि सामने से आ रहा वाहन तक नजर नहीं आता। इसके साथ ही सड़कों के एक तरफ पहाड़ हैं तो दूसरी ओर खाई। इस सबको देखते हुए पर्वतीय मार्गो पर सड़क किनारे पैराफिट लगाए जाते हैं और जहां पैराफिट नहीं हैं, वहां क्रैश बैरियर लगाने का प्रविधान है। इसके पीछे मंतव्य यही है कि वाहन के संतुलन खोने की स्थिति में वह पैराफिट अथवा क्रैश बरियर से टकराकर रुक जाए। लेकिन अभी तक सब जगह क्रैश बैरियर नहीं लगे है। सिस्टम की हीलाहवाली इसके लिए बड़ा सबब है।