राजकीय महाविद्यालय मंगलौर में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ, इस विषय पर हुई चर्चा

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मंगलौर : राजकीय महाविद्यालय मंगलौर हरिद्वार के अर्थशास्त्र विभाग के अंतर्गत “महिला उद्यमिता एवं कौशल विकास सशक्त भारत के आर्थिक विकास का आधार” विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ किया गया. यह संगोष्ठी भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित रही.

संगोष्ठी के प्रथम दिवस के मुख्य अतिथि गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के मानविकी संकाय के अर्थशास्त्र विभाग के डॉ० विपुल भट्ट मुख्य वक्ता रहें. कार्यक्रम की पहले सत्र की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो० प्रेमलता कुमारी द्वारा की गई. दीप प्रज्वलन और ईश वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया.

इस संगोष्ठी की संयोजिका राजकीय महाविद्यालय मंगलौर की अर्थशास्त्र विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ० रचना वत्स और आयोजन सचिव राजनीति विज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ० तीर्थ प्रकाश रहें. संगोष्ठी के अन्य विशिष्ट वक्ता बीएसएम पीजी कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग के डॉ० सुरजीत सिंह और वर्धमान कॉलेज बिजनौर के डॉ० चारू दत्त आर्य रहें.

कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ तीर्थ प्रकाश ने किया. कार्यक्रम शुरुआत में डॉ० रचना वत्स ने कार्यकम की रुपरेखा प्रस्तुत की. इसके बाद विशेष और मुख्य वक्ताओं द्वारा अपना उद्बोधन दिया. मुख्य वक्ता डॉ० विपुल भट्ट ने अपने व्याख्यान में कहा कि आधी आबादी को ध्यान में रखे बिना भारत सरकार की कोई योजना सफल नहीं हो सकती. भोजन के अवकाश के बाद संगोष्ठी का तकनीकी सत्र शुरू हुआ.

तकनीक सत्र की अध्यक्षता राजकीय महाविद्यालय कोटद्वार द्वारा से पधारे विशेष अतिथि डॉ० अनुराग शर्मा द्वारा की गई. इस तकनीकी सत्र में डॉ मेघा जुयाल, डॉ प्रज्ञा राजवंशी, डॉ आबिदा, डॉ मीना नेगी ने अपने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए और साथ ही डॉ अंशु पांडे और डॉ गोरखनाथ के शोध पत्र का वाचन महाविद्यालय के छात्राओं अना और मेहरबा द्वारा किया गया. इस तकनीकी सत्र का समापन डॉ अनुराग शर्मा के भाषण से हुआ. उन्होंने समस्त शोध पत्र वाचनकर्ताओं को बधाई प्रेषित करते हुए कहा कि अपनी परम्परागत कार्यों को कोशल विकास से जोड़कर आज सीखने की ज़रूरत है. उन्होंने कई उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि आज देश को महिला उद्यमिता की महती आवश्यकता है.

संगोष्ठी की संयोजिका और आयोजन सचिव द्वारा अंत में समस्त अतिथियों को शाल और स्मृति चिह्न भेंट कर उनका आभार ज्ञापन किया. अन्त में महाविद्यालय के डॉ अनुराग ने समस्त अतिथियों का आभार ज्ञापन किया गया. और इसी के साथ आज की इस संगोष्ठी का प्रथम दिन का समापन हुआ.

आज के कार्यक्रम की रिपोर्टिंग डॉ राम भरोसे द्वारा की गई, जिसका कल के सत्र में विस्तार से वाचन किया जाएगा. इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार में समस्त सदस्य डॉ दीपा, डॉ कलिका, कार्यालय से दीपा जोशी, पुस्तकालय से सर्मिष्ठ, कु० निर्जेश, फैजान, सूर्या, रोहित, सन्नी के साथ महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं भी उपस्थित रहें.


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