टिहरी: ग्रामोत्थान रीप परियोजना अन्तर्गत बहुहितधारक मच/कार्यशाला का आयोजन होटल भरत मंगलम बौराडी, नई टिहरी, जनपद टिहरी गढ़वाल में किया गया। जिसमे मुख्य अतिथि जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा दीपप्रज्जलन कर कार्यशाला का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर एन०आर०एल०एम० एवं ग्रामोत्थान रीप परियोजना द्वारा जनपद टिहरी गढ़वाल में गठित कलस्टर स्तरीय फैडरेशनों के साथ जुडी 250 ग्रामीण महिलाएं उपस्थित थी।
उक्त कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य जनपद टिहरी गढ़वाल में ग्रामीण स्तर पर उत्पादित स्थानीय उत्पादो को राज्य, अन्तराज्य एवं अन्तराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने हेतु स्थानीय/विभिन्न राज्य से आय विक्रेताओं द्वारा राउड टेबल बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें केता एवं विक्रेताओं द्वारा अपने-अपने उत्पादों के विषय में जानकारी दी गई साथ ही विक्रेताओं द्वारा अपनी माग के अनुरूप स्थानीय उत्पाद को उपलब्ध करवाने हेतु चर्चा की गई। कार्यशाला में ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं द्वारा चीड पिरूल से बने उत्पादों, स्थानीय प्राकृतिक दाले, धूप, साबून, शैम्पू, जूट से बने बैग, चिड पिरूल की टोकरी आदि उत्पादों का प्रदर्शन किया गया।
जिला अधिकारी द्वारा कार्यशाला में सम्मलित केता-विक्रेताओ, रीप कार्मिको तथा विभागीय अधिकारियो को बधाई और उपस्थित लोगों को आगे बढ़ने नया सिखने और अपने कार्यों में बहतर करने हेतु प्रेरित किया गया। उन्होंने कहा कि किसी भी यूनिट को स्थापित करना एक लम्बी प्रक्रिया होती है, उसकी पूर्ण जानकारी प्राप्त कर कम मेहनत में ज्यादा दाम प्राप्त कर लाभ उठाये, जिला अधिकारी महोदय द्वारा अवगत कराया गया कि हम ऐसे स्थान पर उद्यमी आगामी चारधाम यात्रा का फायदा उठा सकते है। इसके लिए यात्रा रूट पर लगने वाले उत्पादों का उत्पादन बढ़ाये और अपने प्लान को मुख्य विकास अधिकारी, को देने चाहे, जिससे आउट-लेट की स्थिति निर्धारित की जाये, जिससे ग्रामीण उत्पादों की ज्यादा से ज्यादा बिक्री हो।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, महोदय द्वारा ग्रामोत्थान रीप परियोजना एवं एन०आर०एल०एम० परियोजना के माध्यम से उपस्थित ग्रामीणों महिलाओ को सदेश दिया गया कि आप अपने क्षेत्र में सी०एल०एफ० स्टॉफ, ब्लॉक स्टाफ, बी०एम०एम० और एन०आर०एल०एम० के सभी कार्मिकों के सयुक्त रूप से उद्यम के लिए लाभप्रद योजनाएँ बनाईये और आर्थिक लाभ अर्जित कीजिये। साथ ही सभी को संदेश दिया गया कि आज की कार्यशाला में उपस्थित केता-विक्रेताओं से अपने सुदृढ व्यापारिक संबन्ध स्थापित करें तथा यह भी बताया गया कि ग्राम्य विकास से विभिन्न स्वरोजगार परक योजनाऐं चल रही है उनका अपने उद्यम में समावेश करे।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक, डी०आर०डी०ए० पुष्पेन्द्र सिंह चौहान, जिला विकास अधिकारी मो० असलम, मुख्य कृषि अधिकारी विजय देवराडी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डी०के० शर्मा, सरिता जोशी, जिला परियोजना प्रबन्धक, ग्रामोत्थान रीप परियोजना जिला टीम, एल०आर०एल०एम० उपस्थित रहें। विक्रेताओं से डा०जी०एस० बुटोला, डा० विवेक जोशी, डा० प्रिती सिंह, शशी रतूड़ी, मोनिका पंवार, विपिन सिंह, आशा रावत उपस्थित रहे।