ब्यूरो उमेश श्रीवास्तव / लालगंज (रायबरेली)। झोलाछाप डाक्टर द्वारा किशोरी के आंत का आपरेशन करने के करीब दो सप्ताह बाद मौत हो गयी। परिजनों ने बगैर पुलिस को सूचना दिए और बिना पोस्टमार्टम कराए अन्तिम संस्कार कर दिया।
बताते चलें कि कोतवाली क्षेत्र के कुर्मी सराय निवासी लक्ष्मन रैदास ने 14 अप्रैल 2024 को पुलिस को और 15 अप्रैल 2024 को एसडीएम लालगंज मनोज कुमार सिंह को तहरीर देकर बताया था कि उनकी बेटी अल्का (17) के पेट में शिकायत थी।
पसिया खेड़ा की आशा बहू बिटूला ने बरगला कर लालगंज के झोलाछाप डाक्टर पंकज के यहां ले गयी। वहां पर डाक्टर पंकज ने कहा कि आंत का आपेरशन करना पड़ेगा और फीस 80 हजार रूपये लगेगी। झोलाछाप ने किशोरी के आंत का आपरेशन कर दिया। कीमत वसूली 80 हजार रूपये। किशोरी के पिता लक्ष्मन ने बताया था कि जेवर बेंच कर यह रकम जुटायी थी।
ठीक न होने पर दोबारा सम्पर्क करने पर फिर आपरेशन करने की बात कह रहा है। झोलाछाप डाक्टर और 35 हजार रूपये और मांग रहा है। किशोरी के पिता लक्ष्मन ने पुलिस से कार्यवाही की गुहार लगाते हुए कहा था कि साहब मैंने जेवर बेंच कर बेटी का आपरेशन कराया। अब दोबारा रूपया कहां से लाऊं।
एसडीएम के निर्देश पर पुलिस ने फरियादी लक्ष्मन को धमका कर झोलाछाप से समझौता करा दिया था। आपरेशन के करीब दो सप्ताह बाद 27 अप्रैल 2024 को किशोरी की मौत हो गयी। मृतक किशोरी के परिजनों ने बगैर पुलिस को सूचना दिए और बिना पोस्टमार्टम कराए अन्तिम संस्कार कर दिया।