प्रयागराज: प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी से एक दिन पहले 25 जनवरी को भारत के सर्वोच्च सम्मान पद्म पुरस्कार से सम्मानित होने वाले लोगों के नाम की घोषणा की जाती है. इस वर्ष पद्मश्री के नाम की लिस्ट में कई मुसलमान भी शामिल हैं. इनमें से तीन भारतीय मुस्लिम भी हैं. आपको बता दें कि इसमें सैयद एनुल हसन बेगम बाटुल फारूक अहमद मीर का नाम शामिल है.
सैयद एनुल हसन को इस क्षेत्र में मिला सम्मान
पद्मश्री का सम्मान देश के उत्कृष्ट सम्मान में से एक है. इस वर्ष 25 जनवरी को सैयद एनुल हसन का भी नाम शामिल है. इनका जन्म इलाहाबाद में 15 फरवरी 1957 को हुआ. साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्यों के चलते इन्हें पद्मश्री से नवाजा गया.
इलाहाबाद में जन्मे सैयद एनुअल हसन जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) दिल्ली में भाषा साहित्य और संस्कृत अध्ययन के प्रोफेसर थे. सैयद एनुल हसन मध्य एशियाई अध्ययन के पूर्व प्रोफेसर थे. सैयद एनुअल हसन ने कश्मीर विश्वविद्यालय जेएनयू और कॉटन कॉलेज स्टेट यूनिवर्सिटी में सिलेबस भी तैयार किया है. वर्तमान में सैयद एनुअल हसन मौलाना आजाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर हैं जो 2017 में भारत के राष्ट्रपति प्रमाण पत्र से भी सम्मानित किए गए थे. अब उन्हें पद्मश्री से भी नवाजा जाएगा.
इन लोगों को भी मिला सम्मान
सैयद एनुअल हसन के अलावा पद्मश्री से नवाजे जाने वाले दो मुसलमान नाम बेगम बाटुल और फारूक अहमद अमीर हैं. फारूक अहमद मीर कश्मीर से ताल्लुक रखते हैं वहीं बेगम बटूल राजस्थान की रहने वाली हैं