मनमोहन सिंह/टिहरीः युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2024 की घोषणा की गई। जिसमें उत्तराखंड टिहरी नैनबाग के सुभाष राणा का नाम भी है। बताया जा रहा है कि द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए कोच सुभाष राणा को चयनित किया गया है। सम्मान के रूप में उन्हें 15 लाख रुपये की धनराशि के साथ ही प्रशस्तिपत्र दिया जाएगा। उनके चयन की खबर से सुभाष को बधाई देने वालों का तांता लग गया है। सीएम धामी ने भी उन्हें बधाई दी है।
बता दें कि सुभाष राणा नैनबाग क्षेत्र के चिलामू गांव निवासी व प्रदेश सरकार में पूर्व खेल राज्य मंत्री रहे नारायण सिंह राणा के छोटे पुत्र है। सुभाष राणा देश में पैरा शूटिंग टीम के कोच रहे हैं। द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए चयनित कोच सुभाष राणा के खाते में चार अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण और दो रजत पदक शामिल हैं। उन्होंने साल 1994 में इटली और साल 1998 में स्पेन में हुई विश्व शूटिंग चैंपियनशिप में भाग लिया था। एक कोच के तौर पर उनकी उपलब्धियों की चर्चा करें, तो टोक्यो पैरालंपिक 2020 में शामिल हुई शूटिंग टीम को उन्होंने प्रशिक्षित किया था। इस टीम ने पैरालंपिक में पांच मेडल जीते थे. भारतीय पैरा शूटिंग टीम के वह लंबे समय तक प्रशिक्षक रहे हैं।
वहीं द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए चयनित होने पर सुभाष राणा का कहना है जब आपके काम को मान्यता मिलती है, तो उत्साह बढ़ता है और खुशी मिलती है। 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी पर राणा ने कहा कि राष्ट्रीय खेल जहां भी होते हैं, वहां खेल का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो जाता है। जिससे खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ने और निखरने का सुअवसर मिलता है। खेल का जो इंफ्रास्ट्रक्चर उत्तराखण्ड में दस-बीस वर्षों बाद तैयार होना था, वह राष्ट्रीय खेलों की वजह से कुछ दिनों में ही तैयार मिलेगा। नई प्रतिभाओं को आगे आने में इससे बहुत लाभ मिलेगा। उत्तराखण्ड खेलों में नई ऊंचाइयां प्राप्त करेगा।
कोच सुभाष राणा ने कहा कि विभिन्न खेलों में अन्य प्रदेशों का प्रतिनिधित्व कर रहे कई खिलाड़ी अब उत्तराखण्ड से खेलने के इच्छुक हैं। उत्तराखण्ड की शूटिंग फेडरेशन से जुडे़ सुभाष राणा के अनुसार, ऐसे कई खिलाड़ियों ने उनसे संपर्क किया है। कई खिलाड़ी खेलों की अन्य फेडरेशन से भी संपर्क कर रहे हैं।