ऋषिकेश मेयर चुनावः AAP ने दिया मेयर प्रत्याशी दिनेश चंद्र को समर्थन, कही ये बात

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देहरादूनः उत्तराखंड में 11 नगर निगमों, 43 नगर पालिका, 46 नगर पंचायतों में निकाय चुनाव में कैंडिडेट जीत की कोशिश के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। इनमें तीन मेयर पदों के लिए हो रही टक्कर दिलचस्प हो गई है। ऋषिकेश नगर निगम में कांग्रेस के बागी निर्दलीय दिनेश चंद्र मास्टर ने बीजेपी और कांग्रेस की नीदें उड़ा रखी है। तो वहीं आम आदमी पार्टी ने भी दिनेश चंद्र को अपना समर्थन दे दिया है। और उनको जीत की शुभकामनाएं दी है। वहीं बेरोजगार संघ भी दिनेश चंद्र को समर्थन दिया है।

बता दें कि बीजेपी ने ऋषिकेश से शंभू पासवान को टिकट दिया है जबकि कांग्रेस ने दीपक जाटव को मेयर कैंडिडेट बनाया है। स्थानीय कैंडिडेट का मुद्दा उछाले जाने से यहां बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। दोनों के ही प्रत्याशियों पर मूल रूप से यूपी का होने का ठप्पा लगा है। वहीं इस बीच आम आदमी पार्टी ने अपना समर्थन मेयर प्रत्याशी दिनेश चंद्र को दे दिया है। आप जिला अध्यक्ष परवादून देहरादून अशोक सेमवाल ने दिनेश चंद्र को समर्थन पत्र जारी कर कहा कि दिनेश “मास्टर” जी यह हर्ष का विषय है कि आपने जनता की आवना के अनुरूप नगर निगम ऋषिकेश मे मेयर प्रत्याशी का फैसला किया, आपके कुशल कार्यशैली, सरल व्यवहार एवं जन सेवा के लिए समपर्ण की भावना को देखते हुए आग आदमी पार्टी उत्तराखण्ड़ आपको खुला समर्थन दे रही हैं एवं ऋषिकेश नगर निगम अध्यक्ष “मेयर” कि पद पर आपकी विजय की कामना करते हुए आपको शुभकामनायें देती है।

गौरतलब है कि श्रीनगर गढ़वाल नगर निगम में लड़ाई बहुकोणीय बन गई है। बीजेपी ने आशा उपाध्याय को टिकट दिया है जबकि आशा उपाध्याय टिकट फाइनल होने से एक दिन पहले ही बीजेपी में शामिल हुईं। इससे बीजेपी से टिकट पाने की लाइन में लगे दूसरे कैंडिडेट में असंतोष पैदा हो गया। इससे असंतुष्ट हुए बीजेपी के जिला पदाधिकारी लखपत सिंह भंडारी ने निर्दलीय के तौर पर अपनी पत्नी आरती भंडारी को मेयर के लिए खड़ा किया है। पूर्व में पालिका अध्यक्ष रहीं पूनम तिवाड़ी इस बार कांग्रेस का टिकट न मिलने पर निर्दलीय के तौर पर चुनावी मैदान में उतरी हैं। कांग्रेस ने मीना रावत को मैदान में उतारा है, जो पार्टी की पुरानी और सक्रिय कार्यकर्ता हैं। यूकेडी ने भी मेयर कैंडिडेट के लिए सरस्वती देवी को चुनावी मैदान में उतारा है। इस तरह यहां पंचकोणीय मुकाबला हो रहा है।

वहीं हल्द्वानी नगर निगम में मुकाबला तो सीधा है लेकिन छात्र संघ के जमाने से एक दुसरे का मुकाबला करते चले आ रहे ललित जोशी कांग्रेस से तो गजराज बिष्ट बीजेपी से टक्कर में हैं। हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदयेश का यहाँ बड़ा जनाधार है, और यही वजह है कि कांग्रेस मजबूत दिखाई दे रही है। हालांकि, गजराज बिष्ट का मजबूत व्यक्तित्व और बीजेपी का संगठन उन्हें इस मुकाबले में कहीं से भी कमजोर नहीं पड़ने देता। इस कारण हल्द्वानी का चुनाव भी बेहद रोचक बन गया है।


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