देहरादूनः उत्तराखंड में बारिश-बर्फबारी का दौर जारी है। पहाड़ों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ ली है। ठिठुरन बढ़ गई है तो वहीं भारत मौसम विभाग और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने देहरादून में आगामी दिनों में शीतलहर की संभावना जताई है। साथ ही येलो और आरेंज अलर्ट जारी किया है। जिसे देखते हुए दून के स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है।
शीतलहर का प्रभाव
मिली जानकारी के अनुसार मौसम विभाग ने 29 दिसम्बर 2024 के लिए यलो अर्लट जारी किया है। विभाग की माने तो जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी (2500 मीटर और उससे अधिक ऊंचाई) और अन्य क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। इन मौसम परिस्थितियों के कारण शीतलहर का प्रभाव देखा जा सकता है, जिससे विद्यालयों और आंगनबाड़ी केन्द्रों में आने वाले बच्चों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है।
सभी स्कूलों-आगंनबाड़ी केंद्रों में अवकाश
ऐसे में जिला प्रशासन ने 28 दिसम्बर 2024 से 4 जनवरी 2025 तक जिले के सभी सरकारी, गैर-सरकारी और निजी स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों में अवकाश घोषित कर दिया है। यह आदेश आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत जारी किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी और जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वे सभी शैक्षणिक संस्थाओं और आंगनबाड़ी केन्द्रों में इस आदेश का पालन सुनिश्चित करें।
चार फीट तक जम गई बर्फ
गौरतलब है कि शनिवार सुबह से हो रही बारिश के कारण तापमान में गिरावट के साथ उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हिमपात हो रहा है, जिससे चमोली, मुनस्यारी, औली और अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ की चादर बिछ गई है। चमोली जिले में रातभर बारिश का सिलसिला जारी रहा जबकि ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो रही है। बदरीनाथ धाम में करीब तीन फीट और हेमकुंड साहिब में चार फीट तक बर्फ जम गई है। पर्यटक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं।
भारी बर्फबारी से यातायात प्रभावित
वहीं औली में कटर मशीन से बर्फ हटाने का काम किया जा रहा है क्योंकि वहां पर्यटकों के वाहन बर्फ में फंस गए हैं। बदरीनाथ और चमोली के अन्य हाईवे बर्फबारी के कारण यातायात के लिए बंद हो गए हैं। इसके साथ ही ठंड से बचने के लिए लोग गर्म कपड़े और अलाव का सहारा ले रहे हैं। पिथौरागढ़ जिले में भी बर्फबारी का असर देखने को मिल रहा है। मुनस्यारी में पर्यटकों ने बर्फबारी का लुत्फ उठाया।