रायवालाः वन एवं पर्यावरण मंत्रालय सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष दीपक मेहरा ने मोतीचूर रेंज के वन कर्मियों की समस्याओं को सुना और जल्द निवारण का आश्वासन भी दिया।
वन एवं पर्यावरण मंत्रालय सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष दीपक मेहरा ने मोतीचूर रेंज में वन कर्मियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओ को सुना। मोतीचूर फारेस्ट रेस्ट हाउस मे उन्होंने सभी समस्याओ को सुना। दीपक मेहरा इन दिनों वाटर कंजरवेसन वर्क, मानव वन्यजीव संघर्ष,फारेस्ट फायर प्रोटेक्शन व हरेला के तहत हुए कार्यों को लेकर विभिन्न वन प्रभागो के दौरे पर है। बैठक मे वन कर्मियों से कई सुझाव भी मांगे गए।
खस्ताहाल चौकियो का हो सुधारिकरण
बता दें कि राज्य के वन महकमे में विभिन्न प्रभागो की बात करे तो अधिकतर स्थानों मे बनी वन चौकिया खस्ताहाल है। सीलन व काफी समय से मरमत्त न होने के चलते वन कर्मी मजबूरी मे यहां रहने को मजबूर है। वहीं वन कर्मियों को दिए अधिकतर असलहे भी खस्ताहाल है। इसके साथ ही ड्रेस कोड को लेकर भी समस्याए आ रही है। इन्ही समस्याओ को लेकर सुझाव दिए गए हैं। उम्मीद है की जल्द ही इन समस्याओ का निस्तारण सरकार द्वारा किया जा सकेगा।
रेंज अधिकारी महेश सेमवाल ने बताया कि यह बहुत ही महत्वपूर्ण बैठक थी। बैठक मे जल संरक्षण, मानव वन्यजीव संघर्ष, फायर प्रोटेक्शन व हरला से संबंधित विषयो पर गंभीर मंथन किया गया। इसके साथ ही वन कर्मियों से जुडी समस्याओ से संबंधित सुझाव भी मांगे गए।
वहीं वन कर्मियों द्वारा सेवाकाल मे दर्ज किए गए वन अपराधो की पैरवी हेतु शासकीय अधिवक्ता उपलब्ध करवाए जाते है, जबकि सेवनिवरत अधिकारी, कर्मचारियो को विभागीय पैरवी हेतु शासकीय अधिवक्ता उपलब्ध नहीं करवाई जाते है, इसके निवारण का आश्वासन राज्य मंत्री द्वारा दिया गया है।