भाजपा के संकल्पपत्र के लिए प्रदेश में 70 हजार से अधिक मिले सुझाव

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उत्तराखंड भाजपा को लोकसभा चुनाव का संकल्पपत्र बनाने के लिए जो सुझाव प्राप्त हुए हैं, उनमें देश में जनसंख्या नियंत्रण करने और बदरीनाथ-केदारनाथ धाम की तर्ज पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम का भी पुनर्निर्माण करने का सुझाव शामिल है। पार्टी को संकल्पपत्र के लिए प्रदेश में 70 हजार से अधिक सुझाव प्राप्त हुए। इनमें 40 फीसदी सुझाव केंद्र सरकार को भेजे जाने लायक हैं।

पार्टी ने इनमें से छांटकर प्रमुख सुझाव केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिए हैं। इन सुझावों पर विचार करने के बाद भाजपा अपने राष्ट्रीय संकल्पपत्र में इन्हें शामिल कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी को मिले इन सुझावों में आयुष्मान भारत योजना की राशि बढ़ाने का सुझाव भी शामिल है। रिस्पना पुल स्थित पार्टी के प्रदेश मीडिया सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में संकल्पपत्र एकत्रीकरण कमेटी के प्रदेश संयोजक और हरिद्वार लोस उम्मीदवार त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सुझावों के संबंध में जानकारी।

ये सुझाव पार्टी को पत्र, व्यक्तिगत, ऑनलाइन माध्यमों से सुझाव संकलन टीम को प्राप्त हुए। समाज के सभी वर्गों से सुझाव के रूप में हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। इनमें सेवानिवृत्ति कर्मचारी, मजदूर, रेहड़ी ठेली कर्मी, किसान, महिला, युवा, उद्यमी, वकील, डॉक्टर, खिलाड़ी, रंगकर्मी या रचनाकार एवं अन्य वर्गों से जुड़े लोग शामिल हैं।

औसतन 1000 से अधिक सुझाव प्राप्त हुए
कहा, प्राप्त सुझावों में से 60 फीसदी राज्य एवं 40 फीसदी केंद्र से संबंधित हैं। स्थानीय विषयों से संबंधित सुझाव राज्य सरकार को भेजे जा रहे हैं। केंद्र से जुड़े सुझावों को केंद्रीय नेतृत्व को आज भेजा जा रहा है। प्रदेश चुनाव प्रबंध समिति संयोजक व सांसद नरेश बंसल ने कहा, पार्टी को प्रति विधानसभा 500 से 700 सुझाव मिलने की उम्मीद थी, लेकिन हर विस से औसतन 1000 से अधिक सुझाव प्राप्त हुए हैं

सुझाव प्राप्त करने वाली समिति को बड़ी संख्या में लोगों ने अलग-अलग मुद्दों पर सुझाव दिए तो कुछ ने सुझाव के नाम पर पर्ची डाली की मोदीजी को हमारी राम-राम कह देना। त्रिवेंद्र ने कहा, अधिकांश सुझाव विकास एवं जनकल्याण की योजनाओं को लेकर हैं। राज्य की जागरूक जनता ने पर्यावरण पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। कृषि को बढ़ावा देने और कृषि भूमि में सुधार को लेकर सुझाव आए हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं एवं योजनाओं को बेहतर बनाने, देश के विकास की चुनौती बने ज्वलंत मुद्दों, व्यावसायिक प्रक्रियाओं की सरलता, प्रोफेशनल वर्ग के सुझाव, पर्यटन व शिक्षा नीति में सुधार एवं महिलाओं विधवा, वृद्धवस्था, युवा, छात्रों से जुड़े महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुए हैं।


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