देहरादूनः सहसपुर अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में एकमात्र सोनोलॉजिस्ट का जिला चिकित्सालय में अटैचमेंट और पीसीपीएनडीटी नियमावली की अवहेलना ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
अल्ट्रासाउंड मशीन होते हुए भी नहीं हो रहा उपयोग
अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन होने के बावजूद, मशीन का उपयोग नहीं हो पा रहा है। गर्भवती महिलाओं को अनावश्यक रूप से रेफर करना पड़ रहा है, जिससे उनकी जान पर बन आई है। सरकार ने डा. सिंह को अल्ट्रासाउंड प्रशिक्षण करने के लिए जुलाई 2023 में भेजा था युवा पूर्ण हो चुका है , ताकि यहां की स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार हो सके, लेकिन चिकित्सा अधीक्षक मोहन सिंह के कारण मशीन का संचालन बाधित हो रहा है।, उनका ध्यान मशीन संचालक में न होकर अपनी आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण करने में ही है और इसको लेकर वह बिल्कुल गंभीर नहीं है, जबकि चिकित्सा अधीक्षक को पीसीपीएनडीटी के बारे में कुछ जानकारी नहीं है और जिसके कारण नियमों के अभाव में लोगों की जान को खतरा है
मरीजों को रेफर करने की मजबूरी
जिलाधिकारी द्वारा मरीजों को अनावश्यक रूप से रेफर न करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन इसके विपरीत, सहसपुर अस्पताल में मरीजों को अन्य जगह रेफर किया जा रहा है। अस्पताल की स्थिति हाईवे पर होने के कारण, यहां एक्सीडेंट की घटनाएं आम हैं। ऐसे में अल्ट्रासाउंड की सुविधा बहुत महत्वपूर्ण है, जिससे गंभीर स्थिति का पता लगाया जा सके।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही
मुख्य विकास अधिकारी के निरीक्षण के दौरान भी अल्ट्रासाउंड संबंधी समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया गया। सहसपुर अस्पताल 108 का रेफर केंद्र भी है, लेकिन यहां की स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण, मरीजों को अन्य जगहों पर जाना पड़ रहा है। जिलाधिकारी और स्वास्थ्य विभाग को तत्काल हस्तक्षेप करने की आवश्यकता है, ताकि सहसपुर अस्पताल में मरीजों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।
सहसपुर अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी ने मरीजों की जान पर संकट खड़ा कर दिया है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें और उनकी जान बचाई जा सके।