देहरादून. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून का सबसे व्यस्त पलटन बाजार एक बार फिर चर्चा में है। बाजार में आएदिन बवाल के मामले सामने आ रहे है। ऐसा ही एक और मामला सामने आया है। जिसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि यहां पगड़ी बांधने को लेकर विवाद हो गया। जो इतना बड़ा की मारपीट के बीच तलवारे तक निकल आई। तीन व्यापारी घायल हो गए। मामले में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर विवाद शांत करा कर जांच शुरू कर दी है। वहीं एसएसपी ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मामले में अब तक दो लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, जबकि 9 लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार मामला पलटन बाजार में स्थित एक फूल की दुकान का है। बताया जा रहा है कि रंजीत उर्फ जीतू लाल फूल भंडार के नाम से दुकान चलाता है। इस दुकान पर कुछ युवक शादी की पगड़ी बंधवाने पहुंचे थे। जीतू ने इसका खर्च 500 रुपये बताया। लेकिन, युवकों ने 300 रुपये ही देने को कहा। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में बहस हो गई। जिसके बाद युवक वहां से चले तो गए लेकिन वह फिर अपने साथ अन्य युवकों को लेकर पहुंच गए। जिनके हाथों में तलवारें, कृपाण और चापड़ थे। उन्होंने फिर से जीतू को गालियां देना शुरू कर दिया। जिससे मौके पर हड़कंप मच गया।
मामले में पुलिस को दी तहरीर में दुकानदारों ने बताया कि दोपहर एक बजे मनीष आनंद काकू की फूल की दुकान पर सोनू सिंह, मोनू सिंह, सूरत सिंह, मनमीत सिंह, सूरत सिंह आदि दुकानदार से कहासुनी करने लगे। जिसके बाद युवकों ने पास में ही तलवार वाले की दुकान से तलवारें और घास काटने की कैचियां लूट ली और हमला करना शुरू कर दिया. हमले में मनीष आनंद काकू के अलावा व्यापारी विकास और जीतू गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं घटनास्थल के पास में लगे सीसीटीवी कैमरे ने पूरी घटना को कैद कर लिया, जिसका वीडियो अब वायरल हो रहा है। मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
वीडियो में दुकानदार और युवकों के बीच कहासुनी और हाथापाई साफ देखी जा सकती है। इस विवाद में तीन लोग घायल हुए हैं।वहीं मारपीट की घटना से नाराज व्यापारियों ने कोतवाली पहुंच घेराव किया और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। वहीं मामले में देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि पुलिस ने युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। घटना में तलवार लहराने की जो बातें सामने आई थी, असल में वो पास की दुकान से ली गईं खिलौनों वाली तलवारें थीं।