लोकसभा चुनाव का परिणाम कल यानी मंगलवार (4 जून) को आना है, लेकिन इससे पहले आमजन को बड़ा झटका लगा है। दूध से लेकर सफर तक सब मंहगा हो गया है। बताया जा रहा है कि जहां दूध के दामों में बढ़ोतरी हुई है। वहीं नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने लोगों को बड़ा झटका दिया है। NHAI ने कहा कि वाहन चालकों को सभी टोल प्लाजा पर 5 फीसदी ज्यादा टोल टैक्स देना होगा।ये दरें आज (3 जून) से लागू होगी और ऐसे में आपका सफर महंगा हो सकता है।
दूध की कीमतों में इतनी हुई बढ़ोतरी
बता दें कि अब अमूल ब्रांड के तहत मिल्क प्रोडक्ट्स की बिक्री करने वाले गुजरात कॉपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) ने दूध की कीमतों में 3 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ाने की घोषणा की है। अमूल दूध खरीदना अब महंगा हो जाएगा। अमूल की नई कीमतों के मुताबिक, अमूल गोल्ड 500 एमएल दो रुपये प्रति लीटर बढ़कर 33 रुपये का हो गया है।अमूल गोल्ड का 500 एमएल का पैकेट 32 रुपये की जगह अब 33 रुपये में मिलेगा. इस तरह एक लीटर पर दो रुपये दाम बढ़ाए गए हैं. अमूल शक्ति पैक 30 रुपये तो अमूल ताजा 27 रुपये में मिलेगा. अमूल दूध पहले 64 रुपये लीटर मिलता था, उसका दाम अब 66 रुपये हो गया है.
आज से लागू हुई दूध की नई दरें
अमूल गोल्ड, अमूल शक्ति, अमूल टी स्पेशल दूध के दाम बढ़ा दिए गए हैं। अब अमूल गोल्ड की कीमत 64 रुपये/लीटर से बढ़कर 66 रुपये/लीटर हो जाएगी। जबकि अमूल टी स्पेशल की प्रति लीटर कीमत 62 रुपये से बढ़कर 64 रुपये हो जाएगी। इतना ही नहीं, अमूल शक्ति की कीमत 60 रुपये से बढ़कर 62 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी, साथ ही दही की कीमत में भी बढ़ोतरी हुई है। अमूल भैंस के दूध की 500 एमएल की थैली अब 35 रुपये के बजाय 37 रुपये जबकि एक लीटर वाले पैक की कीमत 70 के बजाय 73 रुपये हो गई है। नई कीमतें आज यानी सोमवार को सुबह से ही प्रभावी हो गई हैं।
टोल टैक्स में कितनी हुई बढ़ोतरी
वहीं NHAI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से रविवार (2 जून) को कहा, “नया उपयोगकर्ता शुल्क तीन जून, 2024 से लागू होगा. टोल शुल्क में यह परिवर्तन थोक मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति में परिवर्तन से जुड़ी दरों को संशोधित करने की वार्षिक प्रक्रिया का हिस्सा है.’ उन्होंने आगे कहा कि नेशनल हाईवे नेटवर्क पर लगभग 855 यूजर बेस्क शुल्क प्लाजा हैं, जिन पर राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क (दरों का निर्धारण और संग्रहण) नियम, 2008 के अनुसार यूजर से पैसा लिया जाता है। वैसे ये दरें एक अप्रैल से ही लागू होनी थी, लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए वृद्धि स्थगित कर दी गई थी. वार्षिक संशोधन औसतन पांच प्रतिशत के दायरे में रहने की संभावना है।