XEIL शार्ट टर्म कोर्स से महिलाएं कर सकेंगी देश-विदेश में भी अपना बिजनेस, जानें डिटेल्स
खबरनामा/ देहरादूनः उत्तराखंड को शक्तिशाली बनाने और पहाड़ की रीढ़ की हड्डी कही जाने वाली महिलाओं को बेहतरीन तरीके से बिजनेस की बारिकियां सीखाने और उन्हें देश-दुनिया की ऊंचाईयों तक पहुंचाने के लिए डिवाइन प्रो फाउंडेशन और तेजस्वानी ट्रस्ट में एमओयू साइन किया गया है। ये एमओयू एक खास उद्यमिता कोर्स XEIL के लिए किया गया है। इस कोर्स के जरीए महिलाओं के उद्यमिता के सपने को साकार किया जाएगा।
डिवाइन प्रो फाउंडेशन के एक्सीईआईएल ने तेजस्वानी ट्रस्ट के साथ मिलकर महिलाओं को सश्क्त बनाने के लिए उत्तराखंड में पहली बार महिलाओं के लिए इस उद्यमिता कोर्स का शुभारंभ किया है। इसके लिए डिवाइन प्रो फाउंडेशन की संस्थापिका डॉ जूही गर्ग और तेजस्वानी ट्रस्ट की प्रिया गुलाटी के बीच समझौता हुआ है। इस प्रेरणास्पद पहल का उद्देश्य महिलाओं को एक्सीईआईएल के अंतर्गत उद्यमिता, नवाचार और नेतृत्व (एक्सीईआईएल) कौशलों से संपन्न करना है, जो एक जीवंत महिला उद्यमिता समुदाय को प्रोत्साहित करेगा।
डिवाइन प्रो फाउंडेशन की संस्थापिका डॉ जूही गर्ग ने कोर्स के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने देश-प्रदेश के बड़े बड़े संस्थानों से बात करने और उनसे विचार विमर्श कर महिलाओं को आगे बढ़ाने और प्रदेश की होनहार उद्यामियों को एक प्लेटफॉर्म देने के लिए इस कोर्स की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि यह कोर्स नवाचार और उद्यमिता में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने वाला है। ये कोर्स उन महिलाओं के लिए एक बड़ा कदम होगा जो बिजनेस तो करना चाहती है पर उन्हें रास्ते नहीं मालूम होंते है। उन्हें वह आगे बढ़ाएगे। इसके तहत वह महिलाओं को व्यापारिक ज्ञान के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में अपना स्वायत्त पथ चार्ट करने के लिए आत्मविश्वास प्रदान किया जाएगा, जिससे वह छोटे स्तर के उद्योग से लेकर बड़े उद्योग तक पहुंच आत्मनिर्भर बन प्रदेश का नाम रोशन कर सके।
उन्होंने कहा कि XEIL के प्रशिक्षक अभिजीत सिंह के मार्गदर्शन में यह तीन माह का कोर्स होगा जो महिलाओं को मामूली फीस में एक्सपर्ट द्वारा ऑनलाइन कराया जाएगा। इसमें कोई कैद नहीं है। पहले बैच में कई उद्यमी महिलाओं के साथ ही कई किन्नर भी जुड़ी है। इच्छुक महिलाओं की डिजिटल शिक्षा को समर्थन देने के लिए प्रशिक्षण की शुरूआत ऑनलाइन की जा रही है। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद महिला उद्यमियों को अपने उद्योग को बढ़ाने में सहायता मिलेगी और इसके माध्यम से वह अपने उद्यम का प्रबंध भी उचित प्रकार से करने में सक्षम होंगी।