दून पुलिस ने अंतरराज्यीय मानव तस्करी गिरोह का किया पर्दाफाश, तीन बच्चियों का इतने रुपए में हुआ सौदा

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बच्चियों को बेचने की फिराक में थे महिला-पुरुष, ऐसे आए गिरफ्त में…

देहरादूनः  दून पुलिस ने अंतरराज्यीय मानव तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के सदस्य तीन नाबालिक बच्चियों को पैसों और नौकरी का लालच देकर बेचने के लिए दिल्ली से देहरादून लाये थे। देहरादून के पथरीबाग स्थित वेद सिटी के एक फ्लैट में तीनों बच्चियों को रखा गया था। फ्लैट में मौजूद महिला और पुरुष के द्वारा बच्चियों को बेचने की फिराक में थे। दोनों आरोपियों की बात सुन तीनों नाबालिक बच्चियां मौके देख बालकनी से कूदकर बाहर निकल गयी।

ISBT के पास संदिग्ध हालात में नाबालिक तीन बच्चियों को देख की गई पूछताछ में खुलासा हुआ। बच्चियों के द्वारा बताए गए फ्लैट में पुलिस ने छापेमारी कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी महिला बाला और अमरोहा निवासी दिग्विजय नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

जानकारी के मुताबिक बच्चियों को एक लाख दस हजार रुपए में बेचने का सौदा किया गया था। पकड़े गए गिरोह के तार अन्य राज्यों से जुड़े होने की संभावना जताई जा रही है। मानव तस्करी गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश के लिए गैर राज्यों के लिए दून पुलिस की टीम रवाना हो गयी है वही पटेलनगर कोतवाली में मानव तस्करी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

वहीं मामले का संज्ञान लेते हुए डॉ. गीता खन्ना ने आज दिनांक- 10 अक्टूबर 2024 को इन तीनों बालिकाओं से राजकीय बालिका निकेतन केदारपुरम में मुलाकात की। उन्होंने उनके परिवारों, उनके गृह स्थान और हालात के बारे में जानकारी ली

, बालिकाओं से बातचीत के दौरान पता चला कि इनमे से एक बालिका सिलीगुड़ी की है व अपने सौतेले पिता के अत्याचारों से परेशान हो कर घर से निकल गयी व अन्य दोनों बालिकाएं सगी बहने है जो की छतरपुर, बिहार की निवासी है जिनके माता-पिता की मृत्यु हो गई थी वह अपने चाचा-चाची के साथ गाँव में रहती थी जहाँ उनके साथ दुर्व्यवहार होने के कारण वह घर से दिल्ली की ओर निकल गई जहाँ तीनों बालिकाओं को अच्छे पैसे और नौकरी के लालच में एक व्यव्क्ति द्वारा दिल्ली से देहरादून लाया गया ।

यहाँ पहुंचकर उन्हें एक फ्लैट में रखा गया, जहाँ उनकी बिक्री की बात की जा रही थी। घबराकर, तीनों लड़कियों ने रात में भागने का निर्णय लिया और चादर के सहारे नीचे कूदकर फरार हो गईं।

डॉ. खन्ना ने बच्चियों को आश्वासन दिया कि वे सुरक्षित हैं और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक महिला और एक पुरुष शामिल हैं। ये लोग बालिकाओं को बेचने के लिए गाजियाबाद में अपने साथी से संपर्क कर रहे थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की और न्याय सुनिश्चित किया।डॉ. गीता खन्ना ने कहा कि इस तरह की घटनाएं समाज के लिए चिंताजनक हैं और हमें मिलकर बाल अधिकारों की रक्षा के लिए प्रयास करना चाहिए। उन्होंने सभी से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तत्काल संबंधित विभाग को दें।


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