देहरादूनः राजकीय पॉलिटेक्निक में रोजगार मेले का आयोजन, 58 कम्पनियों ने किया प्रतिभाग

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उत्तराखण्ड में प्राविधिक शिक्षा विभाग, अंतर्गत आज राजकीय पॉलिटेक्निक देहरादून में रोजगार मेले का आयोजन किया गया। जिसमें गढ़वाल मण्डल में स्थित राजकीय पाॅलीटेक्निक संस्थाओं में अध्ययनरत् छात्रों ने प्रतिभाग किया। इस मेले में तकनीकि शिक्षा, वन एवं भाषा मंत्री सुबोध उनियाल,धर्मपुर विधायक विनोद चमोली तकनीकि शिक्षा विभाग के निदेशक आर0पी गुप्ता, अपर निदेशक देशराज, विभाग के समस्त उपस्थित अधिकारियों, रोजगार देने वाले 58 कम्पनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।

इस दौरान मंत्री सुबोध उनियाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज छात्र-छात्राओं में बहुत उमंग एवं जोश परिलक्षित हो रहा है जो कि आप सभी के अथक प्रयास एवं मेहनत का प्रतिफल है। तकनीकी शिक्षा विभाग के लिए यह गौरव का विषय है कि विभाग के छात्र-छात्राओं को अच्छा रोजगार मिल रहा है। विभाग द्वारा आपको कुशल शिक्षा देकर विभिन्न क्षेत्रों में अभूतपूर्व सेवायें देने के लिए तैयार किया गया है। उन्होने आशा व्यक्त की कि छात्र अपनी मेहनत, लगन, समर्पण एवं कौशलता से इण्डस्ट्रीज की अपेक्षाओं पर खरा उतरेंगे।

उनके द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गयी कि विगत् वर्ष से रोजगार मेला का आयोजन प्रारम्भ किया, जिसके बहुत ही उत्साहवर्धक परिणाम हमारे सामने है। गत् वर्ष लगभग 64 प्रतिशत युवाओं को विभिन्न कम्पनियों में रोजगार प्राप्त हुआ, लेकिन हमारा लक्ष्य इससे भी कहीं ज्यादा है। उनके द्वारा इस बात पर बल दिया गया कि लक्ष्य तभी पूर्ण होगा जब प्रत्येक संस्थान में अच्छी मशीनरी हो, प्रयोगशालायें उच्च तकनीकी युक्त उपकरणों से लैस हों, हैण्ड्सआॅन ट्रेनिंग पुख्ता हो, पर्याप्त मात्रा में शिक्षक हों, पाठ्यचर्या उद्योगों के अनुरूप हो। संस्थानों में छात्रों हेतु सभी आवश्यक सुविधायें उपलब्ध हो। इस हेतु हमारी सरकार क्वालिटी एजूकेशन देने के लिए तत्पर हैं। हम उद्योगों की आवश्यकता के अनुरूप इमरजिंग फील्ड में नये पाठ्यक्रम चलाने हेतु कृत संकल्प हैं।

सरकारी सेवायोजन ही मात्र रोजगार नहीं होता है, आज के समय में लोग निजी क्षेत्र की तरफ भाग रहे हैं। मल्टी नेशनल कम्पनियों की तरफ उन्मुख हैं। अतः सरकारी नौकरियों के साथ-साथ निजी क्षेत्रों में अच्छा सेवायोजन कराना हमारा प्रयास है। इसी क्रम में विभाग के प्रयासों से विभिन्न सैक्टर की कई कम्पनियां यहां प्रतिभाग कर रही हैं, चाहे वह आई0टी0 सैक्टर हो, या फिर मैन्युफैक्चरिंग सैक्टर, सेवा का सैक्टर हो, या फिर हैल्थ केयर सैक्टर हो। इस अवसर पर सभी सैक्टर से 58 कम्पनियां रोजगार हेतु यहां आयी हैं जो छात्र-छात्राओं को अच्छा रोजगार प्रदान करेंगी।
वर्तमान शैक्षणिक सत्र में अंतिम वर्ष में अध्ययनरत कुल 3550 छात्र छात्राओं में से 1726 छात्र छात्राओं ने देहरादून रोजगार मेला हेतु पंजीकरण कराया। इसके अतिरिक्त गत् वर्ष के पास-आऊट 430 छात्र छात्राओं ने भी पंजीकरण कराया। इस प्रकार कुल 2156 छात्र छात्राओं ने इस वर्ष रोजगार हेतु पंजीकरण कराया है।
इस वर्ष आॅनलाईन प्लेसमेंट सेल के माध्यम से 648, काशीपुर रोजगार मेला के माध्यम से 382 तथा पालीटेक्निक स्तर से 607, इस तरह कुल 1637 लगभग 46 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को रोजगार मिला है जबकि अभी वार्षिक परीक्षायें सम्पन्न नहीं हुयी हैं और छात्रों को डिप्लोमा पूर्ण करने से पूर्व ही रोजगार हेतु ऑफर मिल रहा है।
अवगत कराया गया कि 58 कम्पनियों में कम से कम 7608 पद हैं जबकि उपस्थित छात्र छात्राओं की संख्या 2156 है तथा जाॅब इससे कहीं ज्यादा हैं। उनके द्वारा आशा व्यक्त की गयी कि आज इस रोजगार मेले से कोई भी छात्र निराश होकर नहीं जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि रोजगार के साथ साथ स्वरोजगार के प्रयास किये जाएं। हमारे छात्र-छात्राओं में बहुत पोटेंशियल है। उत्तराखण्ड के कई युवाओं ने इस क्षेत्र में उत्कृष्ट सफलता प्राप्त की है। उनके द्वारा अनेक सफल युवा उघमियों के उदाहरण दिये ताकि छात्र इससे प्रेरित होकर स्वरोजगार की ओर अग्रसर हो।

प्रदेश बने लगभग 24 वर्ष पूर्ण होने को हैं। उनके द्वारा बताया गया कि इन 24 सालों में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में बहुत विकास किया है। प्रदेश की स्थापना के समय जहां मात्र 16 राजकीय पाॅलीटेक्निक थे, आज यह बढ़कर 72 हो गये हैं। निजी क्षेत्र में मात्र 01 पाॅलीटेक्निक संस्थान था जो वर्तमान में बढ़कर 93 हो गये हैं। आज प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों में चाहे वह इंजीनियरिंग संस्थान् हो या पाॅलीटेक्निक संस्थान्, को खड़ा करने और सफल बनाने के लिए हमारी सरकार कृत संकल्प हैं। हम लोगों ने विगत 02 वर्ष में तकनीकी शिक्षा के विकास के लिए पालीटेक्निक को सु़द्वढ़ बनाने के लिए बहुत मेहनत की है। लगभग 500 करोड़ रूपये इनवेस्टमेंट किया है। आसपास के राज्यों ने, यहाँ तक कि उत्तर प्रदेश राज्य में भी तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में इतना इन्वेस्टमेंट नहीं किया है। यह इस बात का द्योतक है कि हमारी सरकार तकनीकी शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत् एवं कृत संकल्प है।

तकनीकी एजुकेशन प्राप्त करने के बाद रोजगार के अवसर तलाशने के साथ-साथ ऐसा सोचें, ऐसी योजनाओं पर कार्य करें जिससे आप जाॅब क्रियेटर बनें। आप दूसरों को जाॅब देने वाले बनें, आज के भारत की यही मांग है जब हमें भारत की आवश्यकताओं को पूरा करने की सोच से आगे बढ़ कर दुनिया की आवश्यकताओं को पूरा करने की सोच के साथ आगे बढ़ना है।

स्वयं के बिजनेश माॅड्यूल तैयार करें, स्टार्टअप शुरू करें। उत्तराखण्ड को बिजनेश और इनोवेशन का हब बनाना है। इसके लिए हमारे प्रशिक्षण संस्थानों को हमारे युवा वर्ग को एक स्व-उद्यमी और आत्मनिर्भर व्यक्तित्व के विकास की दृष्टि देनी होगी। उनके द्वारा कहा गया कि छात्र इतने योग्य हों कि अर्जुन की तरह किसी भी लक्ष्य को भेद सकें। छात्रों का लक्ष्य रोजगार पाने वाला नहीं अपितु रोजगार देने वाला होना चाहिए।

उनके द्वारा कहा गया कि तकनीकी ज्ञान से कौशलता से विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा करनी है लेकिन इस दौड़ में उत्तराखण्ड जो अपनी संस्कृति, अपनी विरासत, अपनी धरोहर, वीरों की नगरी, योग के लिए प्रसिद्ध है उसको पीछे न छोड़ दें। हमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी, डेटा सांइस, मशीन लर्निंग आदि नई इमर्जिंग तकनीकों को अपना कर रक्षा उत्पाद, हिमालयी जैव विविधता, प्राकृतिक संसाधनों को बढ़ावा देने के साथ-साथ आपके अंदर स्टार्टअप एवं इनोवेशन हेतु जो पोटेंशियल हैं उसको आगे बढ़ाना है। हमारे यहाँ प्राकृतिक सम्पदाओं की कोई कमी नहीं है।

उनके द्वारा यह भी बताया गया कि सरकार द्वारा विदेशों में प्रदेश के शिक्षित युवाओं को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर प्रदान करने हेतु राज्य स्तर पर प्लेसमेंट सेल का गठन किया गया है। इसी क्रम में उनके द्वारा यह कहा गया कि विभाग को वितमपहद भाषा से सम्बन्धित पाठयक्रम विभिन्न राज्य पाॅलीटेक्निकों में प्रारम्भ किये जाने पर विचार करना चाहिये ताकि विदेशों में रोजगार के अवसरों को प्रदेश के युवाओं को लाभ लिया जा सकें।

विनोद चमोली , विधायक धर्मपुर क्षेत्र द्वारा तकनीकि शिक्षा, मंत्री , विभाग के उपस्थित अधिकारी, छात्र-छात्राओं का स्वागत करते हुए कहा कि डिप्लोमा के छात्र छात्रायें जो अभी अंतिम वर्ष में अध्ययनरत हैं और परीक्षायें अभी होनी बाकी हैं, उन्हें विभाग के विशेष प्रयासों से विभिन्न प्रतिष्ठानों एवं कम्पनियों में अच्छा रोजगार प्राप्त हो रहा है जो विभाग के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।

अनेक छात्र डिप्लोमा के पश्चात उच्चशिक्षा के लिए अग्रसर होते हैं तो कुछ स्व-रोजगार की ओर जाते हैं, परन्तु जो छात्र-छात्रा यें डिप्लोमा के पश्चात रोजगार चाहते हैं उन सभी को प्राविधिक शिक्षा विभाग रोजगार दिलाने के लिए प्रयासरत एवं प्रतिबद्ध है जो हमारे युवाओं के लिए गौरव का विषय है।
इस अवसर में मैं माननीय मंत्री का साधुवाद ज्ञापित करते हुए उनके कुशल नेतृत्व में प्राविधिक शिक्षा विभाग ‘दिन दूनी रात चैगुनी’ प्रगति कर रहा है। मंत्री चहुंमुखी प्रतिभा के धनी हैं। मंत्री राजनीति क्षेत्र मे तो निपुण हैं ही, उस के साथ-साथ वे तकनीकी शिक्षा को निरन्तर आगे बढाने में भी अपना बहुमूल्य योगदान दे रहे हैं।

इस अवसर छात्रों का आह्वान करते हुए कहा कि छात्र बड़ा सोचे, बड़े सपने देखे, उनको प्राप्त करने के लिए खूब मेहनत करे और हर क्षेत्र में सफलता अर्जित करे जिससे छात्रों के परिवार का ही नहीं अपितु राज्य का नाम भी रोशन होगा। उनके द्वारा इस बात पर भी बल दिया गया कि, सरकारी नौकरियाॅ सीमित होने के कारण हर छात्र को सरकारी नौकरी उपलब्ध कराना संभव नहीं हैं। अतः उनके द्वारा इस बात पर विशेष बल दिया गया कि छात्रों को निजी क्षेत्र की कम्पनियों में रोजगार प्राप्त करने हेतु परिश्रम करना चाहियें। उनके द्वारा भी विदेशों में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जाने के संबंध में सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों पर विशेष बल दिया गया तथा छात्रों से आह्वान किया गया कि इस स्वर्णिम अवसर का अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करें।

आर0पी0गुप्ता, निदेशक, प्राविधिक शिक्षा द्वारा अपने संबोधन को प्रारम्भ करते हुए तकनीकि शिक्षा मंत्री, विधायक , विभाग के उपस्थित समस्त अधिकारी/कर्मचारी, शिक्षक एवं छात्रों का स्वागत करते हुए कहा गया कि यह अत्यन्त हर्ष का विषय है कि विभाग द्वारा तृतीय रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा हैं।


उनके द्वारा 58 कम्पनियाॅ जो, छात्रों को रोजगार देने हेतु उपस्थित हुई है उनका भी हार्दिक अंभिनन्दन किया गया। उनके द्वारा अत्यन्त हर्ष के साथ यह अवगत कराया गया कि विभाग माननीय तकनीकि शिक्षा मंत्री जी, माननीय विधायक जी, के कुशल नेतृत्व में उत्तरोत्तर प्रगति कर रहा है। उनके द्वारा बताया गया कि विभाग का उदेश्य है कि, छात्रों को गुणवत्ता परक शिक्षा प्रदान कर अच्छे रोजगार प्राप्त कराये जायें ।

उनके द्वारा यह भी बताया गया कि विभिन्न माध्यमों से जैसे, नाबार्ड, केन्द्र प्रोषित योजनाएं, राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रदेश में स्थित पाॅलीटेक्निक संस्थाओं में लगभग रूपये 450 करोड़ का निवेश किया गया हैं, जिसके माध्यम से पाॅलीटेक्निक संस्थाओं में डिजिटल लाइबेरी, आधुनिक उपकरणों, भवनों के निर्माण आदि का कार्य सम्पन्न कराये गये है/ प्रगति पर हैं। जिसके माध्यम से छात्रों को गुणवत्ता परक तकनीकि शिक्षा प्रदान की जा रही है। उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि गत वर्ष विभाग के प्रयासों से लगभग 66 प्रतिशत रोजगार दिया गया ।

उनके द्वारा यह भी बताया गया कि पाॅलीटेक्निक के छात्र उच्च तकनीकि शिक्षा भी प्राप्त करना चाहता है, जिसके फलस्वरूप अधिक से अधिक छात्र उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश लेते हैं। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि विभाग द्वारा आॅनलाईन प्लेसमेंट सेल का गठन किया गया है जो निरंतर छात्रों को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर प्राप्त कराने हेतु प्रयासरत् है। इसी का फल है कि अभी तक अंतिम वर्ष के छात्रों का लगभग 46 प्रतिशत प्लेसमंेट हो चुका हैं। उनके द्वारा यह भी जानकारी दी गयी कि मंत्री द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में इंन्डस्ट्री 4.0 को दृष्टिगत रखते हुए इमरजिंग टेªक्नोलाजी के विभिन्न क्षेत्रों जैसे आर्टिफिशल इंटेलिजेन्स, रोबोटिक्स, गेंमिग एण्ड एनिमिशन आदि पाठ्यक्रम प्रारम्भ किये गये हैं। संपंन हुए रोजगार मेले के माध्यम से 572 छात्रों को रोजगार प्राप्त कराया गया ।

अंत में उनके द्वारा यह भी बताया गया कि सरकार द्वारा केवल छात्रों के रोजगार पर ही नहीं अपितु कर्मचारियों के रोजगार पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है जिसके फलस्वरूप विभिन्न पदों जैसे सहायक लेखाकार, कर्मशाला अनुदेशक आदि के 150 नये कर्मचारी भर्ती किये गये है। रोजगार मेले के अवसर पर श्री देशराज ,अपर निदेशक, डाॅ0 राजेश उपाध्याय, सचिव, प्राविधिक शिक्षा परिषद्, डाॅ0 मुकेश पाण्डेय, परीक्षा नियंत्रक, आलोक मिश्रा, संयुक्त निदेशक, एस0के0वर्मा एवं एम0के0कन्याल, उपनिदेशक विभिन्न पाॅलीटेक्निक संस्थाओं के प्रधानाचार्य आदि उपस्थित थें।


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