केदारनाथ उपचुनाव के लिए तारीख की घोषणा हो गई है. इसके तहत 20 नवंबर को मतदान होगा तो 23 नवंबर को मतगणना होगी. उधर, केदारनाथ उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही मैदान में उतरकर माहौल बनाने की कोशिश कर रही हैं. कांग्रेस ने उपचुनाव को लेकर जिम्मेदारी भी सौंप दी है।
कांग्रेस ने भी केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए दो और पर्यवेक्षक (ऑब्जर्वर) नियुक्त किए हैं. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को सीनियर ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा बदरीनाथ विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक लखपत बुटोला को ऑब्जर्वर बनाया गया है.
मंगलौर और बदरीनाथ उपचुनाव में जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस केदारनाथ उपचुनाव में मजबूत प्रत्याशी की तलाश में जुट गई है. आज 15 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने भी केदारनाथ उपचुनाव के तारीख की घोषणा कर दी है. वहीं, अब केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को सीनियर ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी सौंपी है.
कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी और सांसद कुमारी शैलजा ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर बताया कि राज्य के केदारनाथ विधानसभा सीट उपचुनाव को देखते हुए तत्काल प्रभाव से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को सीनियर ऑब्जर्वर नामित किया है. इसके साथ ही बदरीनाथ विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक लखपत बुटोला को भी पर्यवेक्षक बनाया गया है.
इससे पहले भी कांग्रेस हाईकमान केदारनाथ उपचुनाव के लिए उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी और विधायक वीरेंद्र जाति को आब्जर्वर नियुक्त कर चुका है. पार्टी ने केदारनाथ विधानसभा सीट के लिए होने जा रहे उपचुनाव को लेकर चार पर्यवेक्षक उत्तराखंड से बनाये हैं