मुंबईः बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान को 5 दिन बाद मुंबई के लीलावती अस्पताल से मंगलवार को डिस्चार्ज कर दिया गया है। 15 जनवरी की रात करीब ढाई बजे उन पर चाकू से हमला किया गया था। सैफ के गले और रीढ़ में गंभीर चोटें आई थीं। मंगलवार को सैफ का इलाज करने वाले 4 डॉक्टरों की टीम ने कहा था कि उन्होंने परिवार को सैफ को अस्पताल से घर ले जाने की मंजूरी दे दी। वे मुंबई के बांद्रा स्थित सतगुरु शरण अपार्टमेंट पहुंचे हैं।
वहीं मुंबई पुलिस ने रविवार, 19 जनवरी को बताया कि सैफ अली खान पर चाकू से हमला करने वाले आरोपी 30 वर्षीय बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की पहचान शरीफुल इस्लाम शहजाद मोहम्मद रोहिल्ला अमीन फकीर के रूप में हुई है। पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी ने भारत में प्रवेश के बाद अपना नाम विजय दास रख लिया था। मुंबई पुलिस ने बताया कि फकीर सात महीने पहले अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के लिए दावकी नदी पार कर के आया था।
मुंबई जाने से पहले उसने सिम खरीदने के लिए पश्चिम बंगाल निवासी के आधार कार्ड का इस्तेमाल किया था। आरोपी द्वारा इस्तेमाल किया गया सिम कार्ड पश्चिम बंगाल के खुकुमोनी जहांगीर सेखा के नाम पर पंजीकृत है।आरोपी शहजाद ने पुलिस को बताया कि उसने 12वीं कक्षा तक बांग्लादेश में पढ़ाई की। भारत वो नौकरी की तलाश में आया था। उसने भारत में प्रवेश करने के लिए मेघालय में भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित डावकी नदी को पार करने का दावा किया। यहां वह कथित तौर पर बिजॉय दास की फर्जी पहचान से गया था। बंगाल में कुछ सप्ताह बिताने के बाद, वह रोजगार के अवसर की तलाश में मुंबई आया। शहजाद ने जानबूझकर ऐसी जगहें चुनीं जहां वह बिना कोई दस्तावेज जमा किए काम कर सके।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अमित पांडे नाम के एक श्रमिक ठेकेदार ने ठाणे और वर्ली क्षेत्र में पब और होटलों में हाउसकीपिंग का काम दिलाने में शहजाद की मदद की। शुरुआत में शहजाद ने पुलिस को बताया कि वह कोलकाता का रहने वाला है। हालांकि उसके कॉल रिकॉर्ड की जांच करते समय, अधिकारियों को बांग्लादेश स्थित नंबरों पर कई आउटगोइंग फोन कॉल मिले। उन्होंने बताया कि शहजाद ने बांग्लादेश में अपने परिवार को कॉल करने के लिए मोबाइल ऐप का भी इस्तेमाल किया था।