सुमित्रा ध्यानी और मेयर प्रत्याशी वीरेंद्र पोखरियाल के साथ जुड़ता गया कारवां, पदयात्रा ने लिया विशाल रैली का रूप
देहरादून। नगर निगम चुनाव प्रचार आखिरी दौर में हैं। प्रत्याशी मतदाताओं को साधने में जुटे हैं। जहां वह घर-घर जाकर अपना प्रचार कर रहे हैं। तो वहीं पदयात्रा जनसभाओं का आयोजन किया जा रहा है। वार्ड 33 में कांग्रेस की पार्षद प्रत्याशी सुमित्रा ध्यानी और मेयर प्रत्याशी वीरेंद्र पोखरियाल के मास्टर के पक्ष में जबरदस्त माहौल है। आज उनके समर्थन में विशाल रैली आयोजित की गई। इस रैली में सैकड़ों की संख्या में भीड़ उमड़ी। जिसे देख भाजपा और कांग्रेस दोनों की चिंताएं बढ़ गई हैं।
यमुना कॉलोनी ने एक विशाल रैली निकाली जो बिंदाल, सैयद मौहल्ला और कुम्हार बस्ती से होती हुई यमुना कॉलोनी की गलियों में होती हुई ऑफिसर कल्ब तक पहुंची। जहां एक जनसभा का आयोजन किया गया। जनसभा को सुमित्रा ध्यानी और वीरेंद्र पोखरियाल ने संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने मातृ शक्ति का आभार वयक्त करते हुए कहा कि वह अभी तक 90 वार्ड में जा चुके है। हर जगह उन्हें मातृ शक्ति का आपार समर्थन मिल रहा। जिस तरह राज्य आंदोलन में जब पुलिस लाठी चलाती थी मातृ शक्ति उनपर खुद को गिरा देती थी ताकि उनके चोट न लगे। उन्होंने दून के लिए अपनी प्राथमिकताओं को बताते हुए जनता से वोट की अपील की।
वहीं पार्षद प्रत्याशी सुमित्रा ध्यानी ने यमुना कालोनी को मॉडल वार्ड बनाने का संकल्प दोहराया है। उन्होंने कहा कि वह जबसे जीत कर आई है तबसे क्षेत्र के लिए काम कर रही है। उनके पास कोई भी अपनी परेशानी लेकर आता है तो वह उसका समाधान करती है। बिंदाल नदी से कूड़े का अंबार हटाना हो या पुलिया पुश्ते का निर्माण कराना। कोरोना में जनता के लिए बाहर खड़े रहकर उनकी हर संभव मदद करना।
उन्होंने वार्ड की बुनियादी समस्याओं जैसे जलभराव, नालियों की सफाई, वार्ड की स्वच्छता, स्ट्रीट लाइट लगाने आदि काम किये हैं। अब वह वार्ड को मॉडल वार्ड बनाने की दिशा में काम करेंगी। वार्ड में उन्हें अपार जनसमर्थन मिल रहा है। उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वार्ड में उनके पक्ष में मतदान करें। उन्होंने दावा किया कि पिछली बार उन्हें 500 वोटों से जीत मिली थी इस बार वह दो हजार वोटों से जीत दर्ज करेंगी। साथ ही उन्होंने जनता से वीरेंद्र पोखरियाल के लिए वोट देने की भी अपील की।
गौरतलब है कि यमुना कालोनी वार्ड को पार्षदों की हॉट सीट माना जा रहा है। यहां प्रदेश कैबिनेट के मंत्री, विपक्ष के नेता, सीनियर इंजीनियर और नौकरशाह रहते हैं। इसके अलावा वार्ड में सरकारी विभागों व निगमों के कर्मचारी रहते हैं। इसके अलावा बिंदाल, सैयद मौहल्ला और कुम्हार बस्ती जैसे घनी आबादी वाले इलाके भी हैं। निवर्तमान पार्षद सुमित्रा ध्यानी का कहना है कि