देहरादूनः उत्तराखंड वासियों के लिए खुशखबरी है। देहरादून से ऋषिकेश जाने वालों लोगों को जाम के झाम से निजात मिलने वाली है। बताया जा रहा है कि सरकार ने भानियावाला से ऋषिकेश जाने वाले मार्ग को फोरलेन करने की तैयारी कर रही है। इस संबंध में एनएचएआइ को वन भूमि हस्तांतरण की स्वीकृति मिल चुकी है।
भानियावाला -ऋषिकेश फोरलेन से जाम में मिलेगी राहत
हरिद्वार से देहरादून के बीच राजमार्ग का चौड़ीकरण साल 2021 में पूरा हो चुका था. इसके बाद भी इस राजमार्ग पर भानियावाला से ऋषिकेश के बीच के भाग को फोरलेन करने का काम अभी तक शुरू नहीं हो पाया है. बता दें भानियावाला क्षेत्र में सालभर पहले ही निजी भूमि के अधिग्रहण की कार्रवाई एनएचएआइ पूरी कर चुका था. लेकिन वन भूमि के हस्तांतरण की स्वीकृति न मिलने से मामला लटका हुआ था. लेकिन अब एनएचएआइ को वन भूमि हस्तांतरण की स्वीकृति मिल चुकी है.
10 किमी भाग पूरी तरह से वनक्षेत्र
बता दें अभी तक भानियावाला से ऋषिकेश की तरफ मुड़ते ही लंबा जाम लग जाता था. वहीं सात मोड़ पर भी यातायात चुनौती बन जाता था. जिसे देखते हुए ऋषिकेश मार्ग को भी फोरलेन करने की दिशा में एनएचएआइ ने कदम बढ़ाया था. जानकारी के लिए बता दें करीब 20 किमी लंबी इस परियोजना में 10 किमी आबादी है, जबकि 10 किमी भाग पूरी तरह से वनक्षेत्र है.
सात मोड़ के टर्न को सीधा करने के लिए बनेगा अंडर पास
बताया जा रहा है कि सात मोड़ के टर्न को सीधा करने के लिए अंडर पास बनाया जा सकता है. इससे पेड़ों को काटने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। वहीं भानियावाला से ऋषिकेश तक करीब 22 किमी के मार्ग में कई मकान और हाथियों के रास्ते भी आ रहें हैं. चूंकि ये मार्ग राजाजी नेशनल पार्क से होकर गुजरता है लिहाजा हाथियों को आने जाने में दिक्कत न हो इसके लिए दो अंडर पास और एलिवेटेड रोड बनाने की योजना पर काम चल रहा है.
जहां है मकान वहां एलिवेटेड रोड़ बनाने की योजना
इसके साथ ही इस मार्ग में आने वाले मकानों को भी बचाने की कोशिश करनी होगी. क्योंकि 22 किमी की टू लेन सड़क पर कई मकान बने हुए हैं. ऐसे में यहां एलिवेटेड रोड बनाने की योजना है. अगर ऐसा नहीं होता है कि बड़े पैमाने पर मकानों को ध्वस्त करना पड़ेगा. अगर ये योजना सफल होती है तो देहरादून से ऋषिकेश जाने वाले लोगों के लिए खासी सुविधा हो जाएगी. उनका समय भी कम लगेगा और ईंधन की भी बचत होगी.