टिहरी /मन मोहन सिंह: उत्तराखंड में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। अपनी प्रतिभा के दम पर युवा प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। टिहरी घनसाली की सीमा पंगरियाल भी इसी सूची में शामिल हैं उनका चयन विरांगना सावित्री बाई फुले नेशनल अवार्ड के लिए हुआ हैं। जिससे उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया है। गांव में खुशी की लहर है।
बता दें कि टिहरी गढ़वाल के घनसाली पंगरिया बडियार की गायिका सीमा पंगरियाल को विरांगना सावित्री बाई फुले नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। उन्हें यह अवार्ड 8 दिसंबर को दिल्ली में आयोजित होने वाले एक समारोह में दिया जाएगा।
गौरतलब है कि सीमा पिछले लंबे समय से गायिका कर रही है। उनके कई गीत हिट भी हुए है और लोगों को खूब भाए है। उनके पिता ने व्यक्तिगत रूप से 2012 में दिल्ली में उनकी ऑडियो रिकार्डिंग करवाई थी। गायिका के क्षेत्र में उनको अपने माता व पिता को पूरा सहयोग मिला।
भारतीय दलित साहित्यक अकादमी दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. एसपी सुमनाक्षर की ओर से जारी पत्र के माध्यम से सीमा पंगरियाल को आमंत्रण दिया गया है। सीमा पंगरियाल की शिक्षा राजकीय इंटर कालेज मथकुड़ी सैंण से हुई है। यह अवार्ड पिछले 40 सालों से विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कार्य करने वाले भारत ही नहीं विदेशों में रहने वाले भारतीयों को भी दिया जाता है।
सीमा पंगरियाल का कहना है कि बचपन से ही गायन में उनकी रुचि थी। उन्होंने यह पुरस्कार मिलने पर भारतीय दलित साहित्यक अकादमी दिल्ली का आभार जताया है। कहा कि यह अकादमी लोगों के मनोबल को बढ़ाने को लेकर बेहतरीन कार्य कर रही है। सीमा पंगरियाल को यह सम्मान मिलने पर उनके गांव में खुशी का माहौल बना हुआ है।