देहरादूनः उत्तराखंड को इस बार 38 वें राष्ट्रीय खेलों के साथ-साथ नेशनल विंटर गेम्स की भी मेजबानी मिली है। इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन द्वारा उत्तराखंड को ये जिम्मेदारी दी गई है। जिसको सफल बनाने के लिए कवायद शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की एडहॉक कमेटी द्वारा उत्तराखंड विंटर गेम संगठन के अनुरोध पर विंटर गेम्स करवाने के लिए डेट भी फिक्स कर दी है। जिसके लिए 29 जनवरी 2025 से मौसम को देखते हुए अनुमति दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड विंटर गेम संगठन कई सालों से राज्य में विंटर गेम्स को लेकर लगातार काम कर रहा है। औली में शीतकालीन खेलों का आयोजन 29 जनवरी से दो फरवरी तक किया जाएगा। हालांकि यह पूरी तरह से मौसम और बर्फबारी पर निर्भर करता है। अगर बर्फबारी अच्छी होती है तो इसके तहत तय समय पर अल्पाइन सलालम, जाइंट सलालम, स्नो बोर्ड, नोडिक, स्की माउंटेनिंग प्रतियोगिताएं होंगी। देशभर के स्कीइंग खिलाड़ी औली के ढलानों पर अपना हुनर दिखाएंगे।
देहरादून में पर्यटन विभाग विंटर गेम्स एसोसिएशन, गढ़वाल मंडल विकास निगम और भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन की बैठक में औली में शीतकालीन खेलों को लेकर चर्चा की गई। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड की प्रकृति के बदौलत उनके पास औली में मौजूद पूर्व आईएएस अधिकारी के नाम पर बना एसएस पांगती स्लोप इंटरनेशनल स्की एंड स्नो बोर्ड फेडरेशन (FIS) से अप्रूव्ड स्लोप मौजूद है। ऐसा पूरे भारतवर्ष में केवल उत्तराखंड के पास है। औली में मौजूद FIS अप्रूव्ड इसी स्लोप पर उत्तराखंड विंटर गेम संगठन आगामी नेशनल विंटर गेम्स करवाने जा रहा है. बस मौसम और बर्फबारी की दरकार है।