रफ्तार के खेल में मौत के मुंह में समा गईं छह जिंदगियां, एक साथ जलीं दोस्तों की चिताएं
देहरादूनः उत्तराखंड की राजधानी में हुआ दर्दनाक हादसा हर किसी की जुबां पर है। जहां रात को हंसी खुशी पार्टी कर रहे छह युवक-युवतियों को क्या पता था कि अगले ही पल उनकी जिंदगी खत्म होने वाली है। जिसने भी यह भयावह हादसा देखा उसके पैरों तले जमीन निकल गई। जाखन क्षेत्र में पार्टी करने के बाद नई इनोवा कार में घूमने निकले थे।
ओएनजीसी चौक पर हादसा होने के कारण एक झटके में छह घरों के दीपक बुझ गए। जिन घरों के चिराग बुझे हैं, वह अब भी सदमें में हैं। ओएनजीसी चौक पर जहां यहां हादसा हुआ, वह नजारा कोई डरावना से कम नहीं था। जगह-जगह क्षत-विक्षत शव पड़े थे। जिसने भी यह नजारा देखा वह हैरान रह गया।
रात को पहुंचे पुलिसकर्मियों ने राहगीरों के साथ सड़क से क्षत-विक्षत शव हटाए और सफाई कराई। सुबह तक वाहन को देखने वालों की भीड़ जुटी रही। इसके बाद वाहन को कैंट कोतवाली ले जाया गया। वहां भी नजारा खौफनाक था। वाहन के क्षतिग्रस्त वाहन के अंदर कहीं सेंडिल तो कहीं पर्स पड़ा हुआ था। कार के अंदर खून ही खून बिखरा हुआ था और पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कार हादसे की कहानी बयां कर रही थी।
देर रात शहर की सड़कों पर रफ्तार के खेल में छह युवाओं की जिंदगी लील ली। बल्लूपुर चौक-गढ़ीकैंट मार्ग पर बीएमडब्लू कार से आगे निकलने की हाेड़ में इनोवा सवार सात युवाओं की बेलगाम गति से दौड़ती कार ओएनजीसी चौक से गुजर रहे एक कंटेनर में पीछे जा घुसी व विपरीत दिशा में करीब 70 फीट घिसटती हुई एक पेड़ से जा टकराई।
सोमवार देर रात करीब डेढ़ बजे हुई दुर्घटना में कार के परखच्चे उड़ गए और छह युवाओं की मौके पर ही मौत हो गई, जिनमें तीन छात्र और तीन छात्राएं शामिल हैं, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। सातों युवा देर रात पार्टी के बाद लांग-ड्राइव पर निकले थे और इसी दौरान उनकी किसी अन्य बीएमडब्लू कार चालक से रेसिंग को लेकर होड़ हो गई।
दुर्घटना में कार की छत टूटने से एक युवक व युवती के सिर धड़ से अलग हो गए, जबकि बाकी चार के शव भी क्षत-विक्षिप्त स्थिति में मिले। इनमें एक युवक चंबा (हिमाचल प्रदेश) का रहने वाला है, जो देहरादून में अपने मामा-मामी के घर रहकर ग्राफिक एरा विवि से बीबीए कर रहा था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुर्घटना पर शोक जताया है।
दुर्घटना कैंट क्षेत्र में उस समय हुई, जब शहर के प्रतिष्ठित पटाखा कारोबारी सुनील अग्रवाल का बेटा अतुल अग्रवाल अपने छह दोस्तों को नई इनोवा कार की पार्टी देने के बाद देर रात लांग-ड्राइव पर निकला। अतुल ने धनतेरस यानी 30 अक्टूबर को ही नई कार खरीदी थी, जिसकी पार्टी दोस्त मांग रहे थे। सोमवार रात उन्होंने अपने एक दोस्त सिद्धेश अग्रवाल के जाखन स्थित आवास पर पार्टी रखी।
सिद्धेश के स्वजन शादी में जयपुर गए हुए थे। पार्टी में अतुल व सिद्धेश के अतिरिक्त तीन युवतियां और दो युवक और थे। जाखन में पार्टी के बाद सातों दोस्त कार से घंटाघर, चकराता रोड होते हुए बल्लूपुर चौक पर पहुंचे और इसके बाद गढ़ीकैंट मार्ग की ओर मुड़ गए। कार की गति बेलगाम थी कि इसी दौरान पीछे से आई बीएमडब्लू कार ने उन्हें ओवरटेक किया तो उनमें रफ्तार की होड़ लग गई। कार अतुल चला रहा था तो उसने बीएमडब्लू का पीछा शुरू किया, लेकिन इसी बीच ओएनजीसी चौक पर कार बायीं तरफ से एक कंटेनर में पीछे से जा घुसी और फिर विपरीत दिशा में पेड़ से टकरा गई। कंटेनर किशननगर चौक से कौलागढ़ की ओर जा रहा था।
कंटेनर से टकराने के बाद इनोवा की छत टूट गई और चालक के बगल में फ्रंट सीट पर बैठे कुणाल कुकरेजा और उसके ठीक पीछे बैठी गुनीत के सिर धड़ से अलग होकर सड़क पर जा गिरे, जबकि अन्य चार की भी मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटनास्थल पर हर ओर क्षत-विक्षप्त शवों के अंग बिखरे हुए नजर आए। कार में सबसे पीछे बैठा सिद्धेश अग्रवाल बुरी तरह घायल है और उसका सिनर्जी अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस ने डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद शवों को दुर्घटनाग्रस्त कार से बाहर निकाला। छह युवाओं की मौत से शहर में पूरा दिन शोक की लहर रही।