BREAKING: देहरादून में नकली नोट और नौकरी के नाम पर ठगी करने वाला गिरफ्तार, कहीं आप भी तो नहीं हुए इसके शिकार

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रेस्टोरेन्ट की आड़ में चल रहा था नकली नोटों का कारोबार, फर्जी कॉल सेंटर का भी खुला राज पढ़ें डिटेल्स

देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से बड़ी खबर आ रही है। यहाँ उत्तराखंड एसटीएफ ने नकली नोटों के सौदागर को गिरफ्तार किया है। ये शातिर न सिर्फ नकली नोट छापकर बाजार में चलाता था बल्कि नौकरी दिलाने के बहाने भी लोगों को ठगता था। आरोपी को एसटीएफ ने थाना पटेलनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया है।

मामले की जानकारी देते हुये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर द्वारा बताया गया कि उत्तराखण्ड एसटीएफ को विभिन्न सूत्रो से सूचना प्राप्त हो रही थी कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति देहरादून में नकली नोटों को छाप कर बाजार में असली के रूप में चला रहे है, जो त्यौहार होने के कारण अत्यधिक मात्रा में बाजार में खपत किये जा सकते हैं। इस सूचना पर एसटीएफ की एक टीम को सक्रिय कर मैनुवली सूचना एकत्रित की गयी तो जानकारी हुयी कि एक व्यक्ति जिसका नाम परमित है. आई०एस०बी०टी० के पास मूलचन्द एनक्लेव में रहता है जोकि नकली नोट अपने घर पर ही छापकर बाजार में असली के रूप में चला रहा है। जिस पर इस व्यक्ति को एसटीएफ टीम द्वारा चिन्हित किया गया और उसकी आवाजाही का पता लगाया गया। साथ ही एसटीएफ टीम द्वारा लगातार उसकी निगरानी रखी गयी।

निगरानी से यह भी पता चला कि यह व्यक्ति कैनाल रोड पर अपना रेस्टोरेन्ट चलाता है जिसकी आड़ में इसके द्वारा बाजार में नकली नोटों की खपत की जा रही है। इस पर एसटीएफ की टीम द्वारा निगरानी रखते हुये दिनॉक 19-10-2024 देर रात्रि में एक काले रंग की क्रेटा कार को चैक किया गया जिसमें परमित कुमार पुत्र रणवीर सिंह नि० ग्गाम कुडी खरखोदा थाना खरखोदा, जिला मेरठ, यू०पी० हाल निवासी मूलचन्द एनक्लेव थाना पटेल नगर देहरादून को पकडा गया, उसकी जामा तलाशी ली गई तो इस व्यक्ति के कब्जे से 500-500 रुपये की 02 गड्डी मिली, जिनको गिनने पर कुल 160 नोट 80,000 रुपये बरामद किये गये।

पकडे गये अपराधी परमित के कब्जे से नकली नोट बनाने में प्रयुक्त किये जाने वाले लैपटॉप, प्रिन्टर, बिना कटिंग के अर्द्धनिर्मित 14000 रूपये मूल्य के 500-500 रूपये के नोट व अन्य सामग्री बरामद हुयी है। अभियुक्त के बारे में अन्य जानकारी की जा रही है।

अभियुक्त से पूछताछ-

आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसका एक कैनाल रोड पर अन्नपूर्णा नाम का रेस्टोरेन्ट है. जहां से मैं सामान आदि के नाम पर नकली नोटों को अपने ग्राहकों से बदल लेता हूँ तथा बाजार से सामान क्रय करने में नकली नोटों को प्रयोग करता हूँ। अभियुक्त द्वारा बताया गया कि वह अपने किराये के फ्लैट में प्रिन्टर— लैपटाप की सहायता से नकली नोट छापता है तथा उक्त नकली नोट छापकर अपने रेस्टारेन्ट में एवं बाजार से सामान खरीदने आदि में प्रयोग करता है और रेस्टोरेन्ट में हुये घाटे की पूर्ति तथा त्योहार को देखते हुये इसके द्वारा उक्त नकली नोट छापे गए है। इसके द्वारा यह भी बताया गया कि ज्यादा कमाई के लिये उसने एक कॉल सेन्टर MULTI TASK JOBS नाम से अपने फलैट में ही संचालित किया जा रहा था, जिसको यह अकेला चलाता है। जिसके लिये वकायदा विजिंटिंग कार्ड छपवाये गये थे तथा भिन्न भिन्न वेबसाईट से बेरोजगर युवक/ युवतियों के फोन नम्बर देखकर उन्हे कॉल करके नौकरी लगाने का झाँसा देकर प्रत्येक से 1500 से 2000 रू0 की ठगी का कार्य किया जा रहा था ।

इस मामले में एसटीएफ द्वारा गहनता से जांच शुरू की जा रही है कि अब तक इस व्यक्ति द्वारा कितनी मात्रा में नकली नोटों की खपत की गयी है और किन किन लोगो के साथ ठगी की गयी है।

बरामद माल का विवरणः

1- भारतीय मुद्रा के रू0 500 के 160 नकली नोट धनराशी रू0 80 हजार ।

2-500 रू0 के 28 बिना कटिंग के नकली नोट रू0 14 हजार

3- वाहन केटा नम्बर यू०पी० 16 डीए 0927

4- मोबाइल फोन

5- रबड मोहर

6- विजिटिंग कार्ड,

7- लैपटाप व 01 प्रिन्टर

8- रिम कागज व कटिंग साम्रगी

आपराधिक इतिहासः

1- अभियुक्त के विरूद्ध वर्ष 2022 में थाना सैक्टर 5 नोयडा उ०प्र० में 01 फर्जी कॉल सैन्टर चलाने का मुकदमा पंजीकृत पाया गया है बाकी जानकारी की जा रही ह


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