नशे और अपराध का गढ़ बनती आजाद कॉलोनी गोविंदगढ़ को कॉलोनियों वाले ने बचाने के लिए लगवाया गेट तो होने लगी राजनीति
आरएलडी दल पर लगे राजनीति करने के आरोप, कॉलोनी वासियों के कहना नहीं खुलना चाहिए गेट
देहरादूनः राजधानी में मलिन बस्तियां जहां नशे के दलदल में धंसी हुई है तो वहीं यहां अपराध भी पनप रहा है। वोट बैंक की राजनीति भी यहां खूब होती है। ऐसे ही मामला वार्ड नं0 34 गोविन्दगढ से सटी चन्द्र शेखर आजाद कालोनी से सामने आया है। यहाँ नदी में लगा एक गेट जहां सोशल मीडिया पर छाया है। गेट के नीचे से बच्चों के निकलने सैकड़ों लोगों के रास्ता बंद करने जैसी बातें गरीबों के उत्पीड़न के आरोप जहां लगे है। जबकि यह कोई रास्ता नहीं है नदी पार रहने वाले लोगों को रास्ता परशुराम मंदिर से है। लेकिन इसे सार्वजनिक रास्ता बताकर इस पर राजनीति हो रही है। ऐसे में हम आपको इस गेट के पीछे की पूरी कहानी बताते हैं।
चंद्रशेखर आज़ाद कॉलोनी निवासियों का कहना है कि बीते कुछ समय से चन्द्रशेखर आज़ाद कॉलोनी में कुछ लोगों द्वारा जहां नशे का कारोबार पनप रहा था तो वहीं इसका विरोध करने पर लोगों को घरो में घुस कर मारने, पत्थरबाजी के मामले लगातार सामने आ रहे थे। अपराधी नदी का लाभ उठा कर यहां गलत कार्यों को अंजाम देकर फरार हो रहे थे जिससे यहां के कॉलोनीवासियों पर प्रभाव पड़ रहा था।
ऐसे में उन्होंने जहां पुलिस को घटना की जानकारी दी तो वहीं इस रास्ते को बंद करने की मांग की जिससे कोई भी बाहरी आदमी और असामाजिक तत्व आपराधिक गतिविधियों को न कर सके। जिसके बाद यहां गेट लगाया गया। लेकिन अब गेट खोलने और उन्हें रास्ता देने की मांग कर जहां उन्होंने मारपीट की। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसमें देखा गया की औरते एक दूसरे को मार रही है। अब असामाजिक तत्वो के द्वारा गेट को तोडा जा रहा है। तीन बार गेट के पास लगा सीसीटीवी कैमरा तोड़ा जा चुका है। ताकि वह एक बार फिर मौहल्ले का माहोल बिगाडकर, नशे का कारोबार, एवं झगडे कर सके। ऐसे में क्षेत्रवासियों ने आसाजिक तत्वो पर जल्द से जल्द कार्यवाही करने की अपील की है। जिससे की वह गेट न तोड सके और मौहल्ले में शान्ति का वातावरण बना रह सके।
तो वहीं मामले को अब राजनीतिक मुद्दा बनाने और वोटर को साधने के लिए इस पर बवाल शुरू हो गया है। आरएलडी नेता इस गेट को खुलवाने के लिए पूरा रहे हैं उनका कहना है कि अगर प्रशासन 48 घन्टे में ये गेट नहीं तोड़ता है तो वह खुद ये गेट तोड़ देंगे। आरएलडी प्रवक्ता खत्री का कहना है कि वह इस गेट को खुलवा कर रहेंगे।
वहीं पार्षद पुत्र व युवा भाजपा नेता जतिन कुकरेजा का कहना है कि आरएलडी इस मामले में राजनीति कर रही है। चन्द्रशेखर आजाद कालोनी में पिछले माह में असामाजिक तत्वो द्वारा जूआ, स्मैक, दारू आदि का कार्य होने की शिकायत मिली थी। जिसपर एक्शन लेते हुए तत्काल सिंचाई विभाग के द्वारा पुस्ता एवं गेट का निर्माण कार्य कराया गया। जिससे की असामाजिक तत्वो एवं नशे को रोका जा सके जो कि नाले में नशे का कारोबार कर रहे थे। अब अगर वह इस गेट को खुलवाने की बात कर रहे हैं तो वह नशे को बढ़ावा देने की बात कर रहे हैं क्योंकि ये गेट अपराध को रोकने के लिए लगवाया गया।