देहरादून: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना रेस्ट कैंप स्थित गांधी आश्रम पहुंचे जहां बापू व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनको श्रद्धांजलि दी।
धस्माना ने कार्यक्रम में चरखा काता और वहां उपस्थित गांधी आश्रम के स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए गांधी जी के दर्शन पर चर्चा करते हुए कहा कि सदियों से गुलाम रहे भारत के दबे कुचले शोषित पीड़ित निहत्ते लोगों को अंग्रेजों की तोपों और संगीनों के आगे खड़ा करने का चमत्कार जो बापू ने किया वो था उनका मूल मंत्र “अहिंसा” जिसके बल पर उन्होंने भारतीयों के मन से डर खौफ नफरत समाप्त कर नैतिक बल पैदा करने का काम किया और उस अहिंसा के बल पर महात्मा गांधी ने 1915 से लेकर देश की आजादी 1947 के बीच डांडी मार्च, नमक सत्याग्रह , असहयोग आंदोलन और फिर ऐतिहासिक अंग्रेजों भारत छोड़ो का वो नारा जिसने अंग्रजी हुकूमत की चूलें हिला कर रख दी और अंतोगत्वा भारत 1947 को आजाद हो गया यह बापू के करिश्माई नेतृत्व का ही नतीजा था।
धस्माना ने कहा कि आज पूरी दुनिया बापू के अहिंसा के सिद्धांत को मानती है और भारत में आज के दौर में जो राजनीति चल रही है उसमें बापू के अहिंसा और प्रेम के दर्शन की भारी आवश्यकता है। धस्माना ने केंद्र सरकार से यह मांग करी कि अगर हम स्वदेशी की बात को मानते हैं तो सबसे पहले खादी पर जी एस टी पूर्ण रूप से खत्म होना चाहिए और राज्य की सरकार को खादी की बिक्री पर छूट की डेढ़ करोड़ रुपए की सीमा को समाप्त कर पूर्व की भांति असीमित बिक्री पर छूट जो २०२२ तक लागू थी उसे पूर्व की भांति असीमित बिक्री कर देना चाहिए।
धस्माना ने कहा कि गांधी आश्रम में कार्य करने वाले स्वयं सेवकों की समस्याओं को ले कर वे बहुत जल्दी प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलेंगे। इस अवसर पर गांधी आश्रम के क्षेत्रीय मंत्री मोहन लाल मिश्रा, शिव बहादुर सिंह , विक्रांत सिंह , ओम प्रकाश प्रजापति, अशोक सिंह,विनय कुमार राणा, जिमिदार वर्मा, वीरेंद्र तिवारी, नवनीत शर्मा, मनोज सिंह ,अनुज शर्मा आदि उपस्थित रहे।