Uttarakhand में जगह-जगह तबाही का मंजर, बहा 200 साल पुराना शिव मंदिर-टूटे पुल-जिंदा दफन हुए कई लोग

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खबरनामा/ देहरादूनः उत्तराखंड में बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। जहां कई जगह बादल फटने-भूस्खलन की खबरे है। तो वहीं नदियां उफान पर है। जिसने तबाही मचाई है। जी हां देर रात टिहरी के साथ ही चमोली जिले में भी बादल फटा है। थराली गांव में 200 साल पुराना शिव मंदिर बह गया। लोगों के घरों में पानी घुस गया। लोगों ने जागकर रात बिताई। वहीं भारी बारिश से रुद्रप्रयाग के फाटा में हादसा हो गया। गदेरे में आए मलबे में दबने से चार मजदूरों की मौत हो गई। सभी लोग नेपाल के थे, शवों को डीडीआरएफ की टीम रुद्रप्रयाग लेकर गई। 

मिली जानकारी के अनुसार चमोली जनपद के पिंडर क्षेत्र में भी बारिश का कहर देखने को मिला है. भारी बारिश से पिंडर नदी व प्राणमाती नदी का जलस्तर बढ़ गया है. बारिश होने से थराली गांव में 200 साल पुराना शिव मंदिर बह गया. वहीं सरस्वती शिशु मंदिर एवं बेतालेश्वर मंदिर में देर रात पानी भर गया. वहीं देवाल ब्लॉक के हरनी-बोरागाड़ पर बना स्टील गार्डर पैदल पुल टूट गया.

वहीं पिंडर में लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पुलिस, प्रशासन ने नदी किनारे के घरों को सुरक्षा की दृष्टि से खाली करा लिया था. पूरी रात पुलिस एवं तहसील के अधिकारी नगर क्षेत्र में गश्त करते रहे. थराली से लेकर रतगांव तक नदी ने कृषि भूमि को काफी नुकसान पहुंचाया है। थराली-देवाल-वांण राजमार्ग समेत देवाल से आगे कई स्थानों पर मार्ग अवरूद्ध हो गया है. जिसे खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं.

ज्योर्तिमठ में सिंहधार वार्ड में लोगों के घरों में नाले का पानी घुस गया. जिससे लोग रात भर सो नहीं पाए. इससे पूर्व भी यहां जगह-जगह पैदल मार्ग धंसने लगे थे. जिसके बाद लोगों के घर में पानी भरना शुरू हो गया है.

वहीं रुद्रप्रयाग में देर रात करीब डेढ़ बजे अत्यधिक बारिश के कारण फाटा हेलीपेड के पास खाट गदेरे के पास चार लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना मिली थी।सूचना मिलते ही टीम घटना स्थल के लिए मौके पर पहुंची। टीम ने तुरंत राहत एवं बचाव कार्य िकया। वहां चार लोग मलबे में दबे दिखे जिन्हें तुरंत वहां से निकाला गया, लेकिन तब तक चारों की जान जा चुकी थी।

मृतकों की शिनाख्त तुल बहादुर पुत्र हरका बहादुर ग्राम सीतलपुर पोस्ट बुरवा बाजार थाना बुरवा बाजार जिला चित्तोन आंचल नारायणी, दीपक बुरा जिला दहले आंचल करनाली नेपाल, पूरन नेपाली, किशना परिहार पता उपरोक्त के रूप में हुई है।


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