विश्व विख्यात दरगाह ए आलिया नजफे हिन्द जोगीपुरा में ऐसी चल रही सालाना मजलिसों की तैयारियां, मिलेगी ये सुविधाएं

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यूपी वक्फ बोर्ड अध्यक्ष अली जैदी ने दरगाह आने वाले जायरीनों से की खास अपील, पढ़ें अपडेट

खबरनामा/ बिजनौरः विश्व विख्यात दरगाह ए आलिया नजफे हिन्द जोगीपुरा में चार रोजा सालाना मजलिसे इस साल 23 मई से शुरू हो रही है. हर साल लाखों की संख्या में जायरीन इन मजलिसों में शिरकत करने आते हैं। जायरीनों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए दरगाह कमेटी और वक्फ बोर्ड पूरी तरह से मुस्तैद है। जहां एक और दरगाह ए नजफ-ए-हिन्द में शेड लगाने का काम पूरा हो गया है। तो वहीं दरगाह का बिजली का 14 लाख का बकाया बिल भी जीरो हो गया है। तो बाजार को लेकर टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है।

सभी व्यवस्थाओं को लेकर चाक चौबंद 

मजलियों की तैयारियों को लेकर यूपी वक्फ बोर्ड अध्यक्ष अली जैदी ने खबरनामा ऑनलाइन की टीम से बात करते हुए कहा कि जायरीनों की सुविधाओं को देखते हुए सभी व्यवस्थाओं को लेकर चाक चौबंद की जा रही है। प्रशासन भी इसके लिए काम कर रहा है। जायरिनों को खाने-पानी से लेकर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके। इसके लिए काम किया जा रहा है। उनकी पूरी कोशिश है कि जायरिनों को साफ सुथरा और शुद्ध भोजन मिल सके। खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर पूरा ध्यान रखा जाएगा।

दरगाह को दरगाह समझ कर आएः अली जैदी

उन्होंने कहा कि इस बात पर पूरी नजर रहेगी कि बाजार से ज्यादा रेट में कोई चीज दरगाह में न बेची जा सके। इसलिए दरगाह कमेटी बाजार के टेंडर प्रक्रिया में दुकानदारों से कुछ भी अलग से नहीं लेती है ताकि वह इसका हरजाना जायरीनों से वसूले। इसके साथ ही महिलाओं के लिए भी व्यवस्थाएं की गई है। ताकि उन्हें बेहतर सुविधाएं मिल सके। जायरिनों की खिदमत के लिए कमेटी तैयार है। उन्होंने जायरीनों से अपील की है कि वह दरगाह को दरगाह समझ कर आए। जियारत करें और अपना समझ कर चीजों का इस्तेमाल करें।

कमेटी है पूरी तरह तैयारः इरम अली

वहीं दरगाह कमेटी अध्यक्ष इरम अली ने कहा कि दरगाह में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 23, 24, 25, 26 मई से सलाना मजलिसे होंगी। मज़ालिसो को भारत वर्ष के मशहूर उलेमा सम्बोधित करेंगे और मशहूर मातमी अन्जुमने नोहा ख्वानी और मातम करेंगी। जायरीनो की सुविधा के लिये पानी, लाइट, सीवर, सफाई कवार्टरों की मरम्मत, दरगाह में शेड का काम पूरा हो गया है। दरगाह पर लगने वाले बाजार के ठेके देने की भी प्रक्रिया पूरी हो गई है। कमेटी के मैंबर जायरिनों की खिदमत के लिए पूरी तरह तैयार है।

लंगर के लिए छप गए कूपन

बता दें कि हर साल की तरह इस साल भी दरगाह में लुधियाना पंजाब वाले अली हैदर , अब्बास रजा, राज़ा मोहम्मद, भाइयों की तरफ से जायरीनों के लिए लंगर की व्यवस्था रहेगी। अब्बास रजा ने बताया कि दरगाह आने वाले जायरीनों के लिए कूपन व्यवस्था रहेगी। लंगर के लिए कूपन छपने का कार्य पूरा हो गया है। उनकी तरफ से भी तैयारियां तेजी पर है।

हुसैनी दस्तरख्वान से दरगाह में लंगर तक

वहीं राज़ा हुसैन ने बताया कि वह हर साल की तरह इस साल भी मजलिसों के दौरान लंगर में अपना फरीजा निभाएंगे। वह खुद इसकी व्यवस्था नहीं करते है, करने वाला खुदा है, वो इनकी ड्यूटी लगाते है इस साल भी ड्यूटी लगी है वो निभाएंगे। उन्होंने बताया कि इस लंगर की शुरूआत उनके वालिद मरहूम ने की थी । उस समय हुसैनी दस्तरखान के नाम से जायरिनों को खाना खिलाया जाता था। बढ़ते-बढ़ते यह लंगर होने लगा। अपने मरहूम वालिद की तरफ से वह इस फरीजे को अंजाम दें रहे हैं।


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