Dehradun: दारोगा की बेटी की हत्या करने वाले आरोपी युवक का शव बरामद, कई राज हो गए दफन

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गोल्ड मेडलिस्ट भी दरोगा की बेटी, आखिर क्यों की गई निर्मम हत्या?

खबरनामा/ देहरादून: उत्तराखंड पुलिस में तैनात दारोगा की बेटी की हत्या कर चीला नहर में छलांग लगाने वाले युवक का शव एसडीआरएफ ने चीला बैराज से बरामद कर लिया है। छह मई की सुबह हरिद्वार-देहरादून राजमार्ग पर रायवाला के निकट तीन पुलिया के पास से एक युवती का शव पड़ा हुआ मिला। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पाया कि युवती की गला काटकर हत्या की गई थी। मृतक युवती की पहचान 20 बीघा बापू ग्राम ऋषिकेश निवासी आरती उम्र 26 वर्ष के रूप में हुई है। युवती के पिता शिव प्रसाद डबराल देहरादून जिले के शहर कोतवाली में उप निरीक्षक पद पर तैनात हैं।

पुलिस के अनुसार आरती रविवार की शाम आरती घर पर यह कहकर गई थी, कि वह अपने दोस्त शैलेंद्र भट्ट निवासी भद्रास्यूं पुजारगांव चंद्रबदनी हिंडोलाखाल टिहरी गढ़वाल वर्तमान निवासी बसंत कालोनी, श्यामपुर के जन्मदिन पर उसके घर जा रही है। इसके बाद देर रात तक घर नहीं लौटी। स्वजनों ने उसकी काफी तलाश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं लग पाया।

स्वजनों ने इस संबंध में पुलिस को मौखिक सूचना दी। सोमवार सुबह उसका शव रायवाला के निकट से बरामद हुआ। पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई और शैलेंद्र की तलाश शुरू की तो पता चला कि वह भी घर से गायब था और उसकी बहन ने ऋषिकेश कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई है। पुलिस ने शैलेंद्र के दोस्तों से पूछताछ शुरू की तो पता चला कि शैलेंद्र ने रात साढ़े नौ बजे चीला शक्तिनहर में छलांग दी है। घटना के पांच दिन युवक का शव बरामद हुआ है।

पहले युवती की हत्या की इसके बाद खुद लगा दी छलांग

आरती व शैलेंद्र स्कूटी से रायवाला तक पहुंचे थे। उसने रात करीब साढ़े आठ बजे आरती की हत्या कर दी। इसके बाद उसने अपने दोस्त के साथ शराब पी और स्कूटी से अपने दोस्त को घर भेज दिया। आरती की हत्या के बारे में शैलेंद्र ने अपने दोस्त को बताया था। इसके बाद शैलेंद्र ई-रिक्शा से चीला नहर तक पहुंचा और रात करीब साढ़े नौ बजे नहर में छलांग लगा दी। नहर में छलांग लगाने से पहले शैलेंद्र ने इसकी सूचना भी अपने दोस्त को दे दी थी। शैलेंद्र का शव मिलने के बाद अब हत्या का राज भी दफन हो गया है।

छह वर्षों से एक दूसरे को जानते थे आरती व शैलेंद्र
पूछताछ में शैलेंद्र भट्ट की बहन ने पुलिस को बताया कि शैलेंद्र व आरती छह वर्ष से एक दूसरे को जानते थे। आरती डबराल मेधावी और गोल्ड मेडलिस्ट भी थी। ऋषिकेश डिग्री कालेज से वह स्नातकोत्तर कर रही थी और निजी स्कूल में पढ़ाती थी जबकि शैलेंद्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। जांच में यह बात सामने आई है कि दो दिन पहले ही शैलेंद्र बाजार से चाकू खरीदकर लाया था। रविवार की रात उसने पहले चाकू से आरती की हत्या की और चाकू वहीं फेंक दिया। पुलिस ने घटनास्थल से चाकू बरामद कर लिया गया है।


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